हमारा जीवन हमारे द्वारा लिए गए निर्णयों का परिणाम है | इसलिए अच्छा जीवन जीने के लिए सटीक निर्णय लेना बहुत जरूरी है | लेकिन decision लेना एक stressful प्रक्रिया है और इस बात की संभावनाओ से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि आप किसी stress या दबाव में आकर कोई गलत decision न ले लें | जानते है ऐसे कुछ तरीके जिस से आप अपनी निर्णय लेने की क्षमता को सुधार सकते है |
- सभी उम्र वर्ग के लोगों के साथ घुले मिले :- अपनी social लाइफ को किसी उम्र वर्ग तक न सीमित रखें | अपने से छोटे उम्र के बच्चो व युवाओं से आप जहाँ रिस्क लेना सीख सकते है वहीँ अपने से बड़ी उम्र के व्यक्तिओं के अनुभव से आपको ज्ञान मिलेगा |
- आर्ट व अन्य गतिविधियों में रूचि लें :– आर्ट या कल्चरल गतिविधियों में रूचि लेने से आपकी एकाग्रता बढ़ती है | अपने पूरे महीने में कुछ समय इन गतिविधियों के लिए निकालें, आप अपने किसी भी हॉबी में दोबारा engage हो सकते जैसे पेंटिंग , डांसिंग ,रीडिंग या कुछ भी इससे आपका ध्यान नेगेटिव बातों की तरफ कम जायगा और इसी एकाग्रता के कारण आप कोई भी सही निर्णय आसानी से लें सकते है |
- व्यायाम करें :– आपको लगेगा कि exercise का decision मेकिंग से क्या लेना देना ? लेकिन इस बात से आप भी सहमत होंगे कि एक स्वस्थ व्यक्ति अपने ज्यादा कॉंफिडेंट होता है, जरुरी नहीं आप जिम में पसीना बहाए , आप अपनी पसंद का कोई खेल भी खेल सकते है या फिर मोर्निंग व इवनिंग वाक जिस से आप स्वस्थ रहें और स्वस्थ शरीर ही स्वस्थ दिमाग का मालिक होता है |
- एक्सपेरिमेंट करें :– आपको अपने जीवन में छोटे बड़े हर प्रकार के निर्णय लेने होते है , क्यूँ न कुछ बातों में थोडा सा एक्सपेरिमेंट किया जाये जैसे अगर आपकी रूचि कुकिंग में है तो रोजमर्रा से हटकर कुछ नया try करें | ऐसे ही एक्सपेरिमेंट आप अपने लुक या ड्रेस के साथ भी कर सकते है | अगर आप इन छोटी छोटी चीजों में अच्छे decision ले सकते है तो बड़ी मुश्किलें भी आसानी से handle कर सकते है |
- ऑनलाइन social हो :- social साइट्स हमें एक ऐसा प्लेटफार्म देती है जहाँ हम ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुच सकते है | उनके experience से सीख सकते है | ऑनलाइन social साइट्स ज्वाइन करने से आप स्वयं को एक बड़ी society का हिस्सा समझेंगे | इससे आपके पास अनेकों ऐसे उदहारण होंगे जिनसे आप अपने किसी मुश्किल समय में सीख ले सकते है और एक अच्छा निर्णय लेने में सक्षम हो सकते है |
- निर्णय से होने वाले फायदें और नुकसान लिखें :- और अंत में सबसे जरुरी और common practice कोई भी निर्णय लेने से पहले उससे होने वाले लाभ व हानि को सिर्फ सोंचे नहीं बल्कि नोट कर लें | ऐसा करने से आपको अपने decision से होने वाले सभी पॉजिटिव व नेगेटिव असर का पता रहेगा और आप सही decision आसानी से ले पाएंगे |
हिंदी की एक कहावत है “सुनो सबकी करो मन की |” सबसे सलाह ले लेकिन आपका निर्णय सिर्फ आपका होना चाहिए किसी से प्रभावित नहीं |