सक्सेस स्टोरी : कैसे 10000 रूपये पूंजी से शुरुवात करने वाली सन फार्मा बन गई देश की सबसे बड़ी दवाई कम्पनी

गुजरात में जन्मे दिलीप संघवी का नाम आज पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। उन्होंने जब सिर्फ 10000 रूपये पूंजी से सन फार्मा की शुरुआत की तो शायद खुद दिलीप संघवी ने भी नहीं सोचा होगा कि एक दिन सन फार्मा भारत की सबसे बड़ी फार्मा कंपनी बन जाएगी।

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अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद  1983  दिलीप अपने पिता से 10000 रूपये उधार लेकर मुंबई चले गए जहाँ उन्होंने दवाइयों की मार्केटिंग से अपने करियर की शुरुआत की , और बाद में गुजरात के वापी में  सन फार्मास्युटिकल्स को शुरू किया। उस समय सिर्फ पांच लोगो से शुरू हुई यह कंपनी सिर्फ पांच तरह की दवाइयां बनाती थी। और दवाइयों को मार्किट तक पहुँचाने का काम दो लोगो की मार्केटिंग टीम के जिम्मे था। तब से  आज तक दिलीप संघवी और  कंपनी ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा।  और सन फार्मा की कामयाबी का आलम यह है की दूसरे नंबर की कंपनी डॉक्टर रेड्डी वैल्युएशन के लिहाज से सन फार्मा से करीब 3 गुना पीछे है।

कैसे तय किया कामयाबी का सफर  :

दिलीप संघवी नुकसान में चल  कंपनियों को खरीदकर उन्हें फायदे में लाने का हुनर जानते है। वो घाटे में चल रही कंपनी को सस्ते में खरीदने में विश्वाश  रखते है।  सन फार्मा ने अपना पहला सौदा 1987 में किया । लंबी सौदेबाजी के बाद अमेरिका की कैरको फार्मा  को दिलीप संघवी  ने 5 करोड़ डॉलर में  ख़रीदा। इसके बाद दिलीप संघवी ने अमेरिका मे दो और कंपनियों वैलिएंट और एबल फार्मा को खरीदा। घाटे में चल रही इन फार्मा कंपनियों की सन फार्मा में विलय के बाद काया  पलट गई , आज सन फार्मा की कमाई में  कंपनियों की बड़ी हिस्सेदारी है।

दिलीप संघवी के पास कमाल का विज़न है उन्होंने जिस भी कंपनी को खरीदने का फैसला लिया वो सही साबित हुआ , और डील दर डील सन फार्मा कामयाबी की नयी सीढ़ियाँ चढ़ती गई।इजरायल की टैरो फार्मा का अधिग्रहण कंपनी के लिए मील का पत्थर साबित हुआ।

अमेरिकी एफडीए के साथ मुश्किलों में फंसी रैनबैक्सी को अधिग्रहण के बाद सन फार्मा देश की नंबर 1  फार्मा कंपनी बन गई।  जब अप्रैल में रैनबैक्सी के अधिग्रहण की घोषणा हुई तो उस समय सन फार्मा के शेयर की कीमत 590 रुपए थी जो अब तकरीबन 1,010 रुपए के करीब है, इस तरह शेयर में 70 फीसदी की उछाल आई। इसी अवधि में रैनबैक्सी का शेयर 440 रुपए के स्तर से 80 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 800 रुपए पर पहुंच गया।

दिलीप संघवी की इसी काबिलियत का कमाल है कि भारत में फोर्ब्स की अमीरों की लिस्ट में दिलीप तीसरे नंबर पर आ गए हैं। दिलीप की आज पर्सनल वेल्थ 2.10 करोड़ डॉलर है।

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