नजर बदलिए , नज़ारे बदल  जायेंगे

क्या आप भी कुछ चुनिन्दा लोगो की लिस्ट में शामिल होना चाहते है , जो मार्किट में अलग दिखते है  , जिनकी अलग पहचान अलग है , उन लोगों को समाज में कामयाब लोगो की दृष्टि से देखा जाता है. ,कमाल की बात है न जो लोग कामयाब है और जो लोग एक सामान्य कामयाबी को पा चुकें है  , उनमे में कोई अंतर नजर नहीं आता , वही हाथ पांव सब कुछ वैसा ही पर फिर भी दो लोगों की कामयाबी में बड़ा अंतर होता है.

कभी सोचा है ऐसा क्या है उन लोगों में जो उन्हें हम से अलग करता है ?

जवाब है  दृष्टिकोण

यह हमारा दृष्टिकोण ही है जो हमारी जिन्दगी की रफ़्तार को तय करता है , हम अपनी जिन्दगी में क्या बनेंगे यह हमारा Attitude ही तय करता है .

“A man is but the product of his thoughts what he thinks, he becomes”                                                                                                                                                 – Mahatma Gandhi

क्या होता है दृष्टिकोण ?

किसी निश्चित वास्तु , व्यक्ति , घटना  या स्थिति के प्रति हमारा रवैया या बर्ताव ही हमारा दृष्टिकोण है . आप एक मजबूत नींव के बिना कोई इमारत नहीं  बना सकते वैसे ही यह नियम हमारे जीवन पर भी  लागू  होता है , हमारा दृष्टिकोण हमारी नींव है . जैसे एक बार नींव बन जाने के बाद उसे बदलना मुश्किल है , अगर बदलना है तो आपको पूरी बिल्डिंग को  ढहाना पड़ेगा.जो की इतना आसान नहीं , ऐसे ही जीवन में जो हमारा दृष्टिकोण बन जाता है उसे बदलना आसान नहीं. पर अगर हमे यह पता चल जाता है की हमारी नाकामयाबियों की जड़ हमारा दृष्टिकोण है तो हम उसे जरुर बदलना चाहेंगे. वैसे तो दृष्टिकोण बदलने के  लिए बड़ी बड़ी बातें कही जाती है पर में एक सरल से सिधांत को मानता हूँ ,

क्या है वह सिद्धांत :

हम अक्सर जिन्दगी में सब कुछ पाना चाहते है , और उसके लिए हम भरसक प्रयास भी करते है , पर अक्सर लोगों को यह शिकायत रहती है की , हमें वह रिजल्ट  नहीं मिलते जिसकी आशा की थी , या हमारी किस्मत ख़राब है

पर क्या कभी आपने यह सोचा की आपने जो पाया उसके बदले में आपने क्या दिया , शायद हमें हमेशा लगता है जो भी हमने दिया बहुत दिया , पर शायद यह सच न हो .

जीवन में एक ही सिद्धांत आपना लीजिये , “ आपको जो भी मिले उससे अधिक देने की कोशिश कीजिये ’’                      आपको जितनी सैलरी मिलती है उससे अधिक अपने संगठन को देने की कोशिश कीजिये ,

अपने परिवार को अधिक से अधिक खुशिया दीजिये उन्हें अपना कीमती वक़्त दीजिये ,  बदले में पाने की इच्छा छोड़ दे  , आपको वह पक्का मिलेगा जो आप deserve करते है .

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