आपका ATM Card खतरे में है ! ऐसे बचें ATM Fraud से

हाल के साइबर अटैक के कारण सिर्फ SBI ही  प्रभावित नहीं हुआ है बल्कि दुसरे बैंक के ATM भी इसके चपेट में आये है | ऐसा इसलिए हुआ है क्यूंकि ये साइबर अटैक किसी बैंक के डाटा पर नहीं हुआ है बल्कि Mastarcard, Visa जैसी ATM कार्ड कंपनीज  के डाटा पर हुआ है | Axis बैंक ने भी मैलवेयर अटैक का होना स्वीकार किया है | बैंक के अनुसार उनके ग्राहकों को अभी तक कोई नुकसां नहीं पहुँचा है |

ATM ने हमारी लाइफ को बहुत आसन बना दिया है | बैंक से पैसे  निकालने के पुरे प्रोसेस को सिर्फ कुछ मिनटों तक सीमित कर दिया है | अब ऐसी खबर आने के बाद सभी का परेशान होना स्वाभाविक है | ऐसे में जानते है कि ऐसा क्या करें जिससे आप अपने अकाउंट और ATM दोनों सुरक्षित रख सकें |

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सबसे पहले जरूरी है कि आप अपने एटीएम पिन को तुरंत चेंज करें और अपने एटीएम के पास word को महीने में एक बार या दो महीने में एक बार जरुर बदल लें |

  • कहीं भी कार्ड से पेमेंट करना हो तो अपनी सामने कराएँ | अपना कार्ड किसी भी अनजान व्यक्ति के हाथों में न दें |
  • फ्रॉड हो जाने के बाद एटीएम कार्ड को ब्लॉक कराएं, साथ ही उसका रिप्लेसमेंट करवाएं |
  • कोशिश करें कि आप अपने बैंक के एटीएम से ही अधिक ट्रांजैक्शन करें |
  • आऱबीआई ने बैंकों को कहा है कि वह अपने सभी एटीएम-डेबिट कार्ड को मैगनेटिक स्ट्रिप की जगह ईवीएम चिप में जनवरी 2017 तक क्नवर्ट कर लें। आप अपने बैंक को ऐसा करने के लिए बोल सकते है |
  • अगर आपके अकाउंट में फ्रॉड हुआ है, तो तुरंत अपने बैंक को अलर्ट करें, और उसकी शिकायत बैंकिंग लोकपाल से लेकर पुलिस में दर्ज कराएँ|
  • कई बार ऑनलाइन शॉपिंग या पेमेंट करते समय हम साइबर कैफे का यूज करते हैं।ऐसा न करें क्यूंकि यहीं से सबसे अधिक डाटा चोरी हो सकता है |

आपके एटीएम का क्लोन बनाने के लिए हैकर्स एटीएम मशीन में एक पतली सी फिल्म लगा देते हैं जिससे एटीएम कार्ड की मैगनेटिक स्ट्रीप पर लगी जानकारी आ जाती है। इसी जानकारी से एटीएम कार्ड का क्लोन बनता है | फिर हैकर्स आपके अकाउंट से सारा पैसा निकाल लेते हैं, जिसकी जानकारी होने पर आपको नुकसान हो जाता है।

अगर आपके साथ भी ऐसा कोई फ्रॉड हुआ है तो आप इन तरीको से अपने बैंक से पैसे क्लेम कर सकते है |

  • अगर आपके साथ फ्रॉड हुआ है, तो तुरंत पुलिस में एफआईआर कराएं|
  • इसके अलावा बैंकिंग लोकपाल में भी शिकायत दर्ज कराएं।
  • केस की सुनवाई स्पेशल आईटी कोर्ट में होती है। अगर आपकी सभी दलील और सबूतों से संतुष्ट हुआ तो आपको हर्जाना मिल सकता है|
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