नोट बंदी को आज पुरे 30 दिन हो चुके है लेकिन नकदी (cash) अभी तक बरकरार है. देश के प्रधानमंत्री व सभी बड़े नेता लोगों को कैशलेस (cashless) transactions पर अधिक निर्भर होने की सलाह दे चुके है. रिपोर्टों के मुताबिक पिछले दिनों में cashless transactions में 70 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है.
देश में लाखों लोग आज 7 तारीख तक भी अपनी सैलरी का इन्तजार कर रहे है. इन लोगों के एम्प्लायर से तो इन्हें सैलरी मिल गयी है लेकिन अभी तक ये अपने बैंक अकाउंट से सैलरी निकाल ही नहीं पायें है. अगर आप भी इनमे से एक है तो अपनाये ये तरीके और बढ़ाये एक कदम cashless इकॉनमी की ओर.
Net Banking :
आप इस सुविधा का प्रयोग करके देश के किसी भी हिस्से से दुसरी जगह पैसो का लें दें कर सकते है. इसके लिए आपको बैंक में जाकर अपनी नेट बैंकिंग सुविधा का एक्टिवेशन कराना होगा. नेट बैंकिंग के लिए यूजर नेम और पासवर्ड मिलने के बाद आपके पास लैपटॉप, डेस्कटॉप या स्मार्ट फ़ोन का साथ इन्टरनेट होना चाहिए. इसकी सहायता से आप बिजली के बिल, DTH का रिचार्ज से लेकर NEFT व RTGS भी कर सकते है.
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Debit Card :
जब आप अपना बैंक में अकाउंट खुलवाते है तो आपको बैंक की तरफ से एटीएम कार्ड दिया जाता है. नकदी न मिलने के बाद भी आपका ये एटीएम कार्ड आपको सामान दिलवा सकता है. आप अपने एटीएम कार्ड से शौपिंग के बाद बिल भर सकते है. आपको अपना कार्ड स्वाइप करना होगा उसके बाद जितने पैसों की अपने शौपिंग की है वो अमाउंट आपके अकाउंट से कट जायेगी. अगर आपको इन्टरनेट से शौपिंग करनी है वो भी आप डेबिट कार्ड की सहायता से आसानी से कर सकते है. बस आपको शौपिंग या मर्चेंट वेबसाइट के निर्देश फॉलो करने होंगे.
Digital Wallet :
आपने Paytm और free charge जैसी वेबसाइटों का नाम तो सुना ही होगा, इन्हें ही डिजिटल वॉलेट या ई- वॉलेट का नाम दिया गया है. आप इन डिजिटल वॉलेट के माध्यम से किसी दुसरे व्यक्ति के पास पैसा पहुचने के साथ साथ इससे शौपिंग और फ़ोन भी रिचार्ज करा सकते है. इसके लिए आपके पास और जिस व्यक्ति को आप पेमेंट कर रहे है दोनों ही के पास एक जैसे डिजिटल वॉलेट का होना जरूरी है. paytm और freecharge के आलावा SBI, HDFC Bank, AXIS, ICICI Bank व अन्य बांको की एप्प की सहायता से भी आप इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं.
Credit Card :
क्रेडिट कार्ड भी आपके डेबिट कार्ड की तरह ही आपकी शौपिंग में और इन्टरनेट से खरीदारी करने में मदद करता है. बस इसमें और डेबिट कार्ड में ये अंतर है कि क्रेडिट कार्ड से आप पेमेंट तो आज कर रहे हैं लेकिन आपको वास्तव में pay कुछ दिनों बाद करना होता है. यानि बैंक आपको उधार में शौपिंग करवा रहा है. और एक मियाद तक आपो वे पैसे बैंक में neft या किसी और मध्य से वापस करने है. उसके बाद अगर आपने उस मियाद तक पैसे नहीं लोटते तो बैंक उस अमाउंट पर ब्याज लगाना शुरू कर देगा.