नोट बंदी के बाद जहाँ एक और पुरे देश में डर का माहौल है , सभी व्यापारी वर्ग में भय व्याप्त है की पता नहीं बिना कुछ किये ही वो आयकर विभाग के दायरे में न आ जाएँ , देश में सरकार जहाँ सभी को cashless व्यवहार करने की सलाह दे रहें है पर यह कोशिश तब तक अधूरी है जब तक देश का एक बड़ा तबका जिसमें व्यापारी वर्ग आता है इसमें बढ़ चढ़ कर सहयोग करे .
जब से देश में कैशलेस व्यवहार पर बल दिया जा रहा है वहीँ व्यपारी वर्ग में भय व्याप्त है कि आज तक तो वो सब नकद में ही सारा व्यापार करते थे पर अचानक से सब कुछ Cashless हो जानें से सब सरकार की नज़रों में आ जायेगा और सम्बंधित विभाग उनसे पिछले सभी लेन देन का हिसाब मांगेगा .
पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने आज बीजेपी सांसदों को संबोधित करते हुए कहा की उन्होंने आयकर विभाग के अधिकारीयो को निर्देश दिया है कि 8 नवम्बर से पहले की किसी प्रकार की पूछ ताछ नहीं की जाये , जो लोग मुख्य धारा में आना चाहते है उन्हें मौका मिलना चाहिए . उन्होंने कहाँ कि आजतक लोग cash में लें दें करते थे और कोई हिसाब किताब रखते नहीं थे और अब सब सरकार की नजर में आ जायेगा , इसपर उन्होंने कहा की व्यापारियों को घबराने की आवश्यकता नहीं है .प्रधानमंत्री ने अपने सभी सांसदों से कहा की वो जनता को cashless होने के फायदे बताएं , और व्यापारियों की भी यह आश्वाशन दें .
इनकम टैक्स में छुट बढ़ने के संकेत देते हुए कुछ दिन पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा की सब कुछ cashless हो जाने से ज्यादा से ज्यादा लोग टैक्स के दायरे में आ जायेंगे , जिससे टैक्स में कुछ छुट होने की सम्भावना है .