हम अक्सर कुछ गलतियाँ अपने Resume में कर जाते है , जिन्हे एक बार नियोक्ता (EMPLOYER ) के पास भेज देने के बाद हम सुधार नहीं सकते। ये गलतियाँ हम काम जानकारी के आभाव में कर जाते है जो अपने आप सुधरने से रही , चाहे तकनीक कितनी भी विकसित क्यों न हो गयी हो , आज जॉब मार्किट भी बहुत बढ़ गयी है और जॉब पाने वाले भी ,रिज्यूम आज भी उतना ही महत्वपूर्ण है , बल्कि आज के तेज़ समय में ये ज्यादा महत्वपूर्ण है
आइये जानते है रिज्यूम में होने वाली इन 7 गलतियों को जो रिज्यूम को ख़राब कर रही है .
1 – माय ऑब्जेक्टिव ( My Objective ) :
रिज्यूम की शुरुआत में हम अपना ऑब्जेक्टिव लिखते है ,ऑब्जेक्टिव में हम अपना करियर उद्देश्य लिखते है , ऑब्जेक्टिव रिज्यूम में सबसे ऊपर ही रहता है तो इस पर सबकी नजर रहती है। और हम अक्सर अपना उद्देश्य ( My Objective ) लिखते वक़्त सबसे ज्यादा असमंजस (Confuse ) में होते हैं। ज्यादातर ऑब्जेक्टिव कॉपी पेस्ट किया जाता है , जिसका अर्थ है ,आपने जिसका माय ऑब्जेक्टिव कॉपी किया है। आप भी उसी व्यक्ति की तरह सोचते है। अतः अपना उद्देश्य ( My Objective ) स्वयं से लिखे। नहीं तो इंटरव्यू में कई बार शर्मिंदा होना पड़ सकता है। आपका ऑब्जेक्टिव आपके जॉब प्रोफाइल को प्रस्तुत करता हुआ होना चाहिए। क्योकि हर व्यक्ति का ऑब्जेक्टिव अलग होता है।
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2 – ग्रामर और टाइपिंग की गलतियाँ (Grammer and typing mistakes):
ये एक सामान्य गलती है जो लोग अक्सर कर बैठते है। जल्दी जल्दी टाइप करने के चक्कर में हमसे कई बार ये गलती हो जाती है , या स्पेलिंग की गलतियां भी हो जाती है , जिससे कभी कभी उस लाइन का अर्थ भी बदल जाता है। इस SMS के युग में हम शार्ट लिखना पसंद करते है ,पसंद कहे या आदत कहे कुछ भी कह सकते है , तो हमारा व्याकरण भी गलत हो जाता है , जिससे नियोक्ता के दिमाग में सीढ़ी एक ही बात आती है , की आपको भाषा का अच्छा ज्ञान नहीं है। अतः रिज्यूम बनाते वक़्त स्पेल चेकर का इस्तेमाल जरूर करे। और निश्चित करे की आपकी ग्रामर सही हो
3 – रिज्यूम की फोर्मैटिंग व फॉन्ट ( Resume Formatting and font ):
एक अच्छा रिज्यूम अच्छी फोर्मैटिंग के बिना अधूरा है , रिज्यूम की फोर्मैटिंग आपकी कंप्यूटर स्किल को दर्शाती है ,वो यह दर्शाती है की आपकी प्रेजेंटेशन स्किल कितनी अच्छी या बुरी है। इसलिए रिज्यूम एक अच्छे फॉर्मेट में बना होना चाहिए। जहाँ जरुरत हो बोल्ड शब्दों का चयन करना चाहिए , आप अंडरलाइन और हाइलाइटर का भी इस्तेमाल कर सकते है , रिज्यूम एक ही तरह के फॉन्ट में बना होना चाहिए , चाहे अपने कई तरह के बहुत सुन्दर फॉन्ट इस्तेमाल किये हो वो अच्छा नहीं माना जाता ,. इसे अपरिपक्वता ( Immaturity ) का प्रतीक माना जाता है।
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4 – आधी अधूरी जानकारी या गलत जानकारी ( Incomplete and incorrect information ) :
आपके रिज्यूम में आपके द्वारा दी गयी जानकारी स्पष्ट होनी चाहिए , जैसे अगर आप अपनी शिक्षा के बारे में बता रहे है तो आपको , अपनी डिग्री , कॉलेज का नाम , पास करने का वर्ष और अर्जित मार्क्स का विवरण देना चाहिए। आपको अपना पता (Address ) स्पष्ट और सही लिखना चाहिए , अपना फोन नंबरऔर ईमेल सही देना चाहिए , और अपने रिज्यूम में एक अतिरिक्त फोन नंबर (alternate no. ) जरूर देना चाहिए जिससे , आपको संपर्क करना आसान हो सके।
5 – कॉपी पेस्ट का सहारा लेना ( Taking help of copy paste) :
यह रिज्यूम बनाने का एक अति प्रचलित तरीका है। अक्सर लोग अपने सीनियर या किसी समकक्ष व्यक्ति का रिज्यूम लेकर उसे अपने ढंग से बदल लेते है पर यह हमेशा सही बैठे ऐसा नहीं होता , रिज्यूम आपके करियर रिकॉर्ड का रिपोर्ट कार्ड है , और किसी दूसरे का करियर रिपोर्ट कार्ड अक्सर हमें फंसा देता है। हो सकता हो आप जल्दी में कुछ ऐसा हटाना या जोड़ना भूल जाये जो आपको इंटरव्यू के वक़्त फसा दे। इसलिए दूसरे का रिज्यूम देखिये उसे समझिए ,और अपना रिज्यूम खुद लिखिए , नहीं लिख पा रहे तो किसी विशेषज्ञ की मदद ले। थोड़े सा लालच कई बार महंगा पड़ जाता है। आजकल इंटरनेट पर रिज्यूम लिखने वाले लोग मिल जाते है।
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6 – बहुत बड़ा या बहुत छोटा सा रिज्यूम बनाना (Too long or too short resume ):
मैंने अक्सर लोगो को देखा है जो बड़ा और लम्बा कई कई पेज का रिज्यूम बनाना पसंद करते है , हो सकता है उन्हें लगता हो बड़ा रिज्यूम अधिक प्रभाव डालता है , इसलिए वो जो मिलता है जहाँ से भी मिलता है वो लेकर रिज्यूम में डालते जाते है , जो नियोक्ता ( Employer ) के लिए सर दर्द बन जाता है ,
और इसके विपरीत कुछ ऐसे भी है , जो रिज्यूम बहुत छोटा या सिर्फ एक पेज में ही बना डालते है , वो बस अपनी शिक्षा , और कंपनी के बारे में लिख कर बाकि काम नियोक्ता पर छोड़ देते है। दोनों ही गलत है , आपका रिज्यूम आपकी पहचान है अतः वो बहुत ही स्पष्ट सुन्दर और करीने से तैयार किया जाना चाहिए , हमें रिज्यूम 2 -3 पेज तक बनाना चाहिए
7 – एक ही रिज्यूम को सब जगह भेजना ( Sending one resume to everywhere) :
यह सुनने में अटपटा जरूर लगेगा पर यह बिलकुल तथ्य है , जरुरी नहीं अलग अलग जॉब के लिए आपका एक ही पुराना रिज्यूम फिट हो , हर जॉब की जरूरते , हर कंपनी की अपेक्षाएं अलग होती है , तो एक ही रिज्यूम सब जगह फिट कैसे हो सकता है। सर्वेक्षण के अनुसार 36 % नियोक्ता (Employer ) , रिज्यूम को एक सामान्य दर्जे का पाकर ही रिजेक्ट कर देते है।
इसलिए सभी जॉब के लिए एक ही रिज्यूम भेजने से बचना चाहिए , सही तरीका ये है की रिज्यूम को जॉब के हिसाब से तैयार करके भेजा जाना चाहिए , इससे आपके प्रयास और लग्न का पता चलता है।
Resume की गलतियाँ- क्या नहीं चाहते Hiring Manager आपके resume में
उम्मीद है आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा , अगर आप भी चाहते है की आप का रिज्यूम अलग हो शानदार हो तो इन बातो का ध्यान जरूर रखे
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