ऑफिस हो या फैक्ट्री या व्यापार सब जगह ऐसे लोग जरूर होते है जो अपने काम पर ध्यान न देकर दुसरो के काम पर ज्यादा ध्यान देते है। उन्हें काम से ज्यादा दुसरो लोगो में कमियां निकलने में मजा आता है। ये ऐसे लोग होते है जो काम करने में विश्वास नहीं रखते बस चापलूसी ही इनका सबसे बड़ा अस्त्र होता है। आपका भी जरूर ऐसे लोगो से सामना होता होगा। ऐसे लोग हर जगह भरे हुए है ,इनसे सदा के लिए छुटकारा पाना संभव नहीं ,जो बॉस के सामने अपनी वाह वाही और दूसरों की निंदा करते नहीं थकते। जिंदगी एक कॉम्पिटिशन है और इस कॉम्पिटिशन को लोग अलग अलग तरीको से लड़ते है , हम इन लोगो को 2 श्रेणियों में रखेंगे।
1 . ये लोग टीम भावना में विश्वास रखने वाले ,एक दूसरे के सहयोग करते हुए अपनी , मेहनत के भरोसे आगे बढ़ते है।
2 . ये लोग कम होते है पर उनका न तो टीम में विश्वास होता है ,और ये अपने सहयोगियों की कमियां निकाल कर उन्हें नीचा दिखा कर आगे बढ़ने में विश्वास रखते है।
जहां हजारों लोग खुद को अच्छा दिखाने की कोशिश करें तो, वहां पर कॉम्पिटिशन और जलन होना स्वाभाविक है। बस यह आप पर है कि आप इस टेंशन को कैसे अनदेखा कर के आगे बढते हैं। आइये जानते हैं कि ऑफिस पॉलिटिक्स को कैसे अनदेखा करें।
निष्पक्ष रहे ( Play Safe ):
ऐसे लोग जो ऑफिस की पॉलिटिक्स में लगे है। वो हमेशा अपना निशाना ढूंढते रहते है। वो आपसे जानना चाहेंगे की कौन ऑफिस में आपके करीब है।या आप किसकी साइड लेते है। वो ऑफिस में किसी फ़िज़ूल के मुद्दे पर आपकी राय जानना चाहेगा। लेकिन आपको इन चीज़ो से तटस्थ ( Neutral ) रहना चाहिए। न पक्ष में और न विपक्ष में ,चाहे आपकी इस विषय में कोई राय भी हो आपको ऐसे व्यक्तियों से अपनी रॉय जाहिर नहीं करनी चाहिए। आपकी पहचान आपके काम से हो न की पक्ष विपक्ष से
गुट बाजी से बचे :
अक्सर ऑफिस या कोई भी जगह लोग गुटो में बड़ी जल्दी बंट जाते है। आपको अपने दिमाग और विवेक से काम लेना चाहिए। आपको किसी पर निजी टिप्पणी करने से बचना चाहिए हो ,सबसे एक समान व्यवहार करना चाहिए। ऑफिस में होने वाली फालतू की गॉसिप से बचें।
ऑफिस गॉसिप की बजाय काम पर ध्यान दे :
अक्सर लंच या टी ब्रेक गॉसिप के अड्डे बन जाते है। आपको इस तरह के गॉसिप से बचने के लिए बस एक ही नीति अपनानी है ,मुस्कुराते रहे और बात को अनदेखा करते रहे ,या लगे की आप को जबरदस्ती किसी गॉसिप में घसीटा जा रहा है जो किसी को निजी हानि पहुंचा रही है , आप वहां खूबसूरती से कोई बहाना
करके निकल जाएँ। अपने को-वर्कर से केवल काम की ही बातें करें तो आपके लिये सबसे अच्छा होगा। आपकी प्रमोशन केवल आपके आउटपुट पर ही निर्भर करती है। फालतू की गॉसिप हमारे आउट पुट पर असर डालती है।
दोस्ती रखिये पर उसूल के साथ :
आचार्य चाणक्य का एक सूत्र है \” अगर आप किसी बात को रहस्य रखना चाहते है तो उसे अपने सबसे करीबी मित्र से भी मत कहिये। \” ऑफिस में काम करने वाले लोगो के बीच में दोस्ती अक्सर हो जाती है। और दोस्ती होना बहुत अच्छी बात है। दोस्ती ही परस्पर सहयोग को बढाती है। र आपको एक गोल्डन रूल हमेशा लागू करना चाहिये और वह है कि हर कलीग को एक समान समझें और अपनी दोस्ती की खातिर किसी कलीग से भेदभाव न रखे ।
अपने बॉस में विश्वास रखे :
अक्सर लोगो को अपने बॉस की बुराई करने या पीठ पीछे उसकी चुगली करने की आदत होती है। लेकिन आपको ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना है। याद रखें कि आपका बॉस ही वह इंसान है। जो आगे बढ कर मैनेजमेंट से आपके प्रमोशन की बात करता है। इसलिये जरुरी है कि अपने बॉस को अपने साथ ले कर चलें और उसे कोई शिकायत का मौका ना दें।
सहयोग का भाव रखे और शत्रु को पराजित करें :
बुराई कितनी भी बड़ी हो अच्छाई पर कभी भारी नहीं पड़ सकती। और अच्छाई हमेशा अच्छे परिणाम देती है। जब आप कामयाब होने लगते है तो आपसे ईर्ष्या करने वालो की संख्या भी बढ़ने लगती है। आपको इसे पोसिटिव लेना चाहिए। आपको उनसे अच्छा व्यवहार रखना चाहिए ताकि एक दिन उन्हें अपनी भूल का एहसास हो। और आलोचक हमेशा आपको आपकी कमियां दिखाता है ,और एक सफल व्यक्ति आलोचकों का मुह अपने अच्छे कामो से बंद करना जानता है।
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