समस्याओं की सुलझाने के लिए एक बढ़िया निर्णय क्षमता (Decision making capacity) का होना बहुत जरुरी है। अगर आप में सही ,सटीक और तुरंत फैसला लेने के क्षमता है तो आपकी बहुत सी समस्याएं बनने से पहले ही समाप्त हो जाती है। बहुत सारे लोग गल्त फैसला लिए भय से भी फैसले लेने से बचते है। रोज मर्रा की जिंदगी में हर कदम पर हमे फैसले लेने होते है और हमारी परफॉरमेंस पर हमारे फैसलों का बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है। और जब हम असमंजस की स्थिति में होते है तो हमे फैसले लेने बहुत मुश्किल जाते है ।
कहते है कठिन समस्याओं के लिए कठिन फैसले लेने होते है , हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बता रहे है जो आपको फैसले लेने में बहुत मददगार होंगे
फैसले लटकाने की आदत को छोड़े :
फैसले लेने में देरी की बहुत बड़ी वजह हमारा फैसलों को लटकाने का रवैया भी है। हमारी हर रोज के कामों की लिस्ट में बहुत सारे ऐसे फैसले होते है जो आसानी से बिना विचार विमर्श के लिए जा सकते है। ऐसे फैसले तुरंत लेने की आदत डालें , अक्सर ऐसा होता है हम छोटे छोटे कामो को पेंडिंग करके अपने ऊपर बिना बात का वर्क लोड बढ़ा लेते है जिससे , सब कुछ मिक्स हो जाता है और हम छोटे छोटे फैसले लेने में भी गल्ती करने लगते है। इसलिए अपनी टास्क लिस्ट में जो फैसले एक दम से लिए जा सकते है उन्हें तुरंत करने की आदत डालें। इससे आपको राहत का एहसास होगा और बिना वजह का बोझ हम पर नहीं बनेगा
और दिन का एक ऐसा समय निश्चित कर लें जिसमे आपको ऐसे मुश्किल भरे फैसलों पर काम करना हो , अच्छे से अपने फैसले के लाभ और हानि दोनों पर विचार करे , की आपके इस फैसले का क्या परिणाम हो सकता है। और पिछले अनुभवों और आज की स्थिति को ध्यान में रख कर फैसला लें।
अपनी भावनाओं को नियंत्रित रखें :
अक्सर आसान फैसले भी हमारी ईगो या हमारी कुछ भावनात्मक जरुरतो की वजह से मुश्किल फैसले बन जाते है। निजी जीवन के फैसलों पर कुछ हद तक यह बात जायज भी है पर जब आपको आपकी जॉब या व्यापार में ऐसे फैसले लेने होते है तो आपको भावनाओ को नियंत्रण में रखकर फैसले लेने चाहिए। आपको फैसले लेने में जब भी दिक्कत आये तो उस दिक्कत को समझना बहुत जरुरी है। और आपको रखना चाहिए की आपकी ईगो या आपका कोई निजी हिट आपके
व्यवसायिक (Professional ) फैसलों के आड़े न आये।
विशेषज्ञ की सलाह लें :
कई बार कुछ ऐसे फैसले होते है जिसमे कुछ तकनीकी पहलु भी जुड़े होते है , जैसे कुछ क़ानूनी फैसले , या नीति निर्धारण से सम्बंधित बहुत से ऐसे फैसले होते
है जिन विषयो का हमें पूरा ज्ञान नहीं होता है तो ऐसे फैसले भी अक्सर या तो पेंडिंग हो जाते है या फिर गल्त ले लिए जाते है , इसलिए विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए जिससे आपको भविष्य में परेशानी का सामना न करना पड़े।
संभावनाओं को तलाशे आशावादी बनें :
किसी भी फैसले को लेने के लिए हम अपने पास मौजूद तथ्यों (Data ) पर निर्भर करते है। हम अक्सर अपने दोस्तों के अनुभव या पुराने ख़राब अनुभवों के आधार पर फैसले लेते है। पर अच्छे Decision Maker हमेशा अपने तथ्यों( Data ) को संदेह की नजर से देखते है। और सम्भावनाओ से भी इंकार नहीं करते। इसलिए फैसला सभी पहलुओं पर विचार के बाद लेना चाहिए।
रिस्क फेक्टर को ध्यान में रखें :
एक कहावत है \”नो रिस्क नो प्रॉफिट \” जैसे हमें हर दूसरे कदम पर फैसले लेने होते है वैसे ही रिस्क का खतरा भी है। आपको रिस्क मैनेजमेंट अपनाना चाहिए रिस्क मैनेजमेंट के तहत आपको , अपने फैसले के गलत साबित होने पर आपका प्लान बी क्या है , अगर इस फैसले में कोई रिस्क है तो उसकी भरपाई आप कैसे करेंगे , एक अच्छे व्यवसायी (Professional ) को रिस्क मैनेजमेंट जरूर अपनाना चाहिए।
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