इंटरव्यू से पहले क्यों लिया जाता है Aptitude test ? कैसे करें खुद को तैयार

बहु राष्ट्रीय कंपनी में इंटरव्यू देना हो तो विशेष  तैयारी की जरुरत होती है ,आज कल लगभग सभी कंपनी स्मार्ट लोगो को हायर करना चाहती है , और इसके लिए वो एक कौशल परीक्षण (Aptitude test) का सहारा लेती है।  इस टेस्ट के जरिये वो कैंडिडेट की विश्लेषण क्षमता और बुद्धिमता की परीक्षा लेती है। और कैंडिडेट अक्सर इसके लिए तैयार नहीं होते और वो तरह तरह के बहाने बनाते है  जैसे :

\”काश मेरे पास 15 मिनट और होते तो में सॉल्व कर देता \”

\” मुझे इस टेस्ट की उम्मीद ही नहीं थी \”

\” अब आदत नहीं रही , कौन पूछता है इन फालतू की बातों को , हमसे टेस्ट करवाना है ये काम \”

इस तरह के हजारो बहाने लोग बनाते है  , हो सकता है आपने भी कभी ऐसा बहाना बनाया हो , पर अगर आप अपने आप से यह सवाल पूछेंगे तो आपको खुद पता चल जायेगा की आप में उसे सोल्व करने की क्षमता नहीं थी।

और अक्सर  90 % लोग इस तरह के टेस्ट को पास नहीं कर पाते और सभी खूबियों के बावजूद आप अच्छा मौका हाथ से गँवा देते है। अब सवाल उठता है जो 10 % लोग इन टेस्ट्स को पास करते है उनमे क्या खास था ? और सीधा सा जवाब है अभ्यास (प्रैक्टिस ) Aptitude test का इस्तेमाल क्यों किया जाता है :

आजकल एक जॉब के लिए हज़ारो कैंडिडेट अप्लाई करते है , और रिक्रूटर के लिए मैनेज करना और उसमे से बढ़िया कैंडिडेट का चुनाव करना इतना आसान नहीं रहता , इसलिए कंपनी  तरह के टेस्ट्स का सहारा लेकर कैंडिडेट्स को स्क्रीन करते है।

कई बार कम्पनी कैंडिडेट की Analytical और problem solving स्किल का टेस्ट करते है।

कितने प्रकार के होते है Aptitude test :

Aptitude test कई प्रकार के होते है  कंपनी मुख्यतः ये 4  प्रकार के टेस्ट ही इस्तेमाल करती है

स्किल टेस्ट : ये आम तौर पर आपकी जॉब से सम्बंधित स्किल को टेस्ट करने के लिए जाता है।  जैसे कंप्यूटर टाइपिंग स्पीड , कंप्यूटर इंटरनेट नॉलेज , या जॉब से रिलेटेड स्किल टेस्ट

पर्सनालिटी टेस्ट :  पर्सनालिटी टेस्ट आमतौर पर आपके व्यक्तित्व की परख के लिए किया जाता है।  इसमें व्यक्ति के व्यक्तित्व के अलग अलग पहलुओं को परखा जाता है।  और ये फैसला लिया जाता है की वो कैंडिडेट उनके अनुरूप नहीं है।

योग्यता टेस्ट : आमतौर पर इस प्रकार के टेस्ट  व्यक्ति की मानसिक क्षमता को परखने के लिए होते है।  इस प्रकार के टेस्ट्स में व्यक्ति को काम के दौरान होने वाली कुछ ऐसी सिचुएशन बताई जाती है और उससे पूछा जाता है की वो ऐसी स्थिति में क्या करना चाहेंगे।

नॉलेज टेस्ट :  इसमें व्यक्ति के अपने विषय की नॉलेज को परखा जाता है।  उससे अलग अलग तरह के सवाल पूछे जाते है।  जैसे लेटेस्ट वर्क ट्रेंड क्या है।  या कोई नया संशोधन , या कुछ भी उसके थेओरी के बारे

कैसे करें तैयारी :

जैसा की आप जानते है की ये टेस्ट बहुत प्रकार के होते है। और हर संस्थान में अपने तरह के टेस्ट होते है।  आपको अगर खुद को इस चुनौती को स्वीकार करना है तो आपको निरंतर अलग अलग तरह के टेस्ट का अभ्यास करना चाहिए  , आजकल इंटरनेट पर हज़ारो तरह के टेस्ट्स मौजूद है , तीन से छह महीने के अभ्यास से आप किसी भी टेस्ट को समझने और पास करने में अभ्यस्त हो जाएंगे।

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