कार्य क्षेत्र में अपना दबदबा बनाए रखने के लिए और खुद को सब के लिए महत्वपूर्ण बनाए रखने के लिए आप के अंदर जुनून और प्रेरक शक्ति (Driving force) का होना बेहद आवश्यक है। अगर इन दोनों में से किसी एक पहलु में भी आप पिछड़ रहे हैं तो इसका असर आप के प्रदर्शन पर पड़ सकता है ।
ऐसा क्यों होता है और आप के काम और career पर इसका कैसा असर पड़ सकता है, आइए इन सब के बारे में जानते हैं। यु तो ऐसा आम तौर पर उन लोगों के साथ होता है जो अपनी job से satisfied (संतुष्ट) नहीं होते परन्तु ऐसे बहुत से मामले हैं जिन में इसका विपरीत भी हो सकता है मतलब यदि आप अपनी job से अत्यधिक संतुष्ट हों तब भी काम के प्रति आपका जुनून कम हो सकता है । आइए जानते हैं कार्य संतुष्टि (job satisfaction) के फ़ायदे और नुकसान और इनका आपकी ज़िन्दगी पर असर :-
कार्य संतुष्टि (job satisfaction) के आप पर नकारात्मक असर :-
- आप अपने सुविधा क्षेत्र (comfort zone) को कभी छोड़ना नहीं चाहते :- वैसे तो कार्य संतुष्टि (job satisfaction) होना अच्छा माना जाता है पर job satisfaction होने की वजह से आप अपना एक comfort zone बना लेते हैं। आप केवल वही करना चाहते हो जो आपको सुविधाजनक लगता है आप कुछ नया सीखने से इंकार करने लगते हो। आप बस वही काम करते रहते हो जो आपने job join करने के वक़्त शुरू किए थे। कुछ नया नहीं रह जाता और आप आगे बढ़ने के अवसर खो देते हो।
- आप खुद को चुनौती देना और चुनौती स्वीकार करना बंद कर देते हो :- खुद की कुछ नया करने और सीखने की सभी आदत आप खत्म कर देते हो। आप खुद को कुछ नया try करने से रोकते हो और life के हर adventure को खत्म कर देते हो। यह आदत आपको दूसरों से पीछे कर देती है और आप \”कुऐ का मेढक बन कर रह जाते हैं। \”
किन कारणों से आपको कार्य संतुष्टि नहीं मिलती :-
- सहकर्मी :- आपके काम करने और संतुष्ठ होने या नहीं होने का एक बड़ा कारण आपके सहकर्मी हो सकते हैं। सहकर्मियों का व्यवहार आप के काम पर पड़ता ही है और आप अच्छा करते हैं या नहीं यह भी इसी बात पर निर्भर करता है। अगर सहकर्मी आपकी पीठ पर वार करने वाले हों तो सुविधा क्षेत्र (comfort zone) नहीं बन पाता और कार्य संतुष्टि (job satisfaction) तो कभी मिल ही नहीं सकती।
- आपके boss और management का रवैया :- अगर बॉस का रवैया आपके और आपके काम के प्रति सही नहीं हो तो आप का कोई भी सफल नहीं हो सकता और विफल होने से कार्य संतुष्टि (job satisfaction) प्राप्त नहीं हो सकती। कार्य संतुष्टि (job satisfaction) होने के लिए सहकर्मियों के साथ साथ बॉस और management का सहयोग भी आवश्यक होता है।
- salary और facilities जो आपको मिलती हैं :- आपकी salary अगर आपके काम के मुताबिक होगी और आप जब अधिक मेहनत करे और organization को मुनाफा दिलवाने में आपका योगदान हो तो आपको special facilites मिलती हो तो आपका satisfaction level ज़्यादा रहेगा और आप अपनी जॉब से satisfied रहेगे। पर अगर ऐसा नहीं हो तो आप कभी अपना सुविधा क्षेत्र (comfort zone) नहीं पा सकते और यही कारण बनता है जॉब change करने का।
- आपकी मान्यता और पहचान :- अगर organization में आपके किए काम को पहचान मिलती है और आपको आपके हर किए गए काम के लिए मान्यता मिलती हो तो भी आप satisfied हो सकते हैं।ये बातें आप की पहचान को बढाती हैं।
- काम का दवाब और आपकी खुद की पसंद और नापसंद :- office में कितना काम होता है, आप पर काम का कितना दवाब है और क्या वो काम आपको करना पसंद है यह भी job staisfaction न मिल पाने का कारण बन सकता है।वैसे तो office में बहुत कम काम ऐसे होते हैं जो आपको करना पसंद होता है पर यदि किसी समस्या के चलते आप वह काम करना पसंद नहीं करते पहर भी आपको करना हो हो संतुष्टि प्राप्त नहीं हो सकती।
अब जानते हैं कार्य संतुष्टि (job satisfaction) के लाभ :-
अगर आप अपने काम से संतुष्ठ हो तो आप जो भी काम करोगे उसे पूरे दिल से करोगे और यही कारण है के आपका काम अच्छा ही होगा। और इससे आपके काम पर सकारात्मक असर पड़ेगा ही। साथ ही आप अधिक से अधिक काम करना चाहेगी और आपका काम अच्छा ही रहेगा , यही नहीं आपका काम के प्रति अच्छा रवैया देख दूसरों को भी अच्छा काम करने की प्ररेणा मिलती रहेगी जो कार्य क्षेत्र में उत्साह भर देगी और सबको अच्छा और ज़्यादा से ज़्यादा काम करने की प्रेरणा भी देगी।
यदि आप अपने काम से संतुष्ठ नहीं हैं तो उसका क्या असर हो सकता है :-
यदि आप अपने काम से संतुष्ठ नहीं होगे तो इसका असर आपके काम पर तो पड़ेगा ही साथ ही साथ इसका असर आपकी सेहत और पारिवारिक सम्बन्धों पर भी पड़ेगा और ये दोनों ही ख़राब हो सकते हैं या ख़राब होने की परिस्थिति तक पहुँच सकते हैं।
इसी लिए आपको चाहिए के आप इन सभी बातों पर गौर फरमाते हुए सही decision लें ये आपके काम और परिवार दोनों को प्रभावित कर सकता है।