कॉलेज में एडमिशन के लिए Group discussion बहुत useful साबित हो रहा है | Group discussion के use से व्यक्ति के वास्तविक व्यक्तित्व सामने आ जाता है | one to one डिस्कशन में व्यक्ति अपने ऊपर कण्ट्रोल रख सकता है लेकिन group में एक समय ऐसा आता है जब उसका खुद पर से कण्ट्रोल खत्म होने लगता है | किसी व्यक्ति की pressure हैंडलिंग की क्षमता कितनी है ये भी Group discussion के दौरान पता चल जाता है | कॉलेज इंटरव्यू में ग्रुप डिस्कशन की सफलता से प्रभावित होकर बहुत सी कम्पनीज Group discussion को अपने सलेक्शन प्रोसेस में शामिल कर चुकीं है |
Group discussion सिर्फ एक कन्वेंशनल टेस्ट नहीं है बल्कि एक technique है | अगर आपको भी Group discussion में सफलता प्राप्त करनी है तो कुछ बातों का ध्यान जरुर रखें | Group discussion में आपको एक विषय दिया जाता है और आपको अपना मत कैसे रखना है, ये आपको निश्तित करना है |
- सबसे पहले अच्छे श्रोता बने, दूसरों की बातें सुनकर अपने मत को मन ही मन निश्चित कर लें |
- भेड़ चाल से बचे, सिर्फ इसलिए कि अधिकतर व्यक्ति एक ही बात बोल रहे है आप अपना मत न बनाए , आप वो ही बोंले जो आपको ठीक लगे |
- किसी भी विषय पर बोलने से पहले अपना समय लें | जरूरी नहीं कि आप GD के लिए बैठते ही बोलना शुरू के दें | अगर आप नर्वस है तो खुद को कुछ समय लेकर कांफ्रेंस रूम के माहोल में ढाल लें | लेकिन बहुत अधिक समय न लें |
- अपनी बात को चिल्लाकर बिलकुल न बोंले , अपना मत इस प्रकार रखे कि सभी को सुनायी दे | आपकी आवाज़ स्पष्ट होनी चाहिए |
- अपनी बात रखने के लिए आसान भाषा का प्रयोग करें | भारी भरकम शब्दों से अपनी बात को सजाने की बजाय ऐसे शब्दों का चुनाव करें जो आसानी से दूसरों की समझ में आ जाये |
- सभी के मत को सम्मान दें , भले ही उनकी सोच आपसे भिन्न हो | GD के दौरान कभी भी पर्सनल अटैक न करें | पर्सनल अटैक्स से बुरा कुछ नहीं होता |
Group discussion से घबराएँ नहीं कॉंफिडेंट रहें और इसका सामना करें , आपको सफलता जरुर मिलेगी |