कैसे करें अपने स्तर पर कार्यस्थल की छोटी छोटी शिकायतों(Workplace Grievances) का समाधान

कर्मचारी और नियोक्ता के बीच असहमति कभी कभी शिकायतों(Workplace Grievances)  का आकार ले सकता है। अगर आप ने कभी किसे कंपनी में काम किया है तो आप कम्पनियों में होने वाली शिकायतों के बारे में जानते ही होंगे। शिकायतें असुरक्षित वातावरण , कर्मचारियों की वेतन  के प्रति असंतुष्टि या किसी और कारण से हो सकती हैं। लेकिन इन सब समस्यायों को कैसे हल करना है या करते हैं ये शायद आप  नहीं जानते होंगे।

इस तरह की  समस्यों के  समाधान की लिए बहुत से  तरीके  हैं और कंपनी का H R विभाग इस कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

नीचे  हम आप को कुछ आम तौर पर घटने वाली कुछ समस्याओं और उनके समाधान बता  रहे हैं :

वेतन और अन्य लाभ: –

यह बेहद आम समस्या है जो  विचारों में मतभेद और आगे चल कर शिकायतों का रूप ले लेती हैं।  कभी कभी मिलने वाली सैलरी ज़ोइनिंग के समय बताई गए सैलरी + incentives और अन्य सुविधओं से कम मिलते हैं।  जो मतभेदों का कारण बनती हैं।

काम के दबाव और काम का बोझ: –

काम करने का दवाब और बढ़ता हुआ काम का बोझ भी grievances के शक्ल इख्तियार कर लेता है।  काम का बराबर वितरण न होना  और वेतन का काम के मुताबिक न मिलना शिकायतों को निमंत्रण देता है। इस के अलावा लक्ष्यों को और अधिक मुश्किल बना दिया जाना  भी शिकायतों का कारण बन जाता है।

काम करने की स्थिति:-

कर्मचारिओं की नियुक्ति के समय जिन सुविधाओं की जानकारी दी  जाती  हैं वो सुविधाएं उपलबध ना करवाना , एक साफ़ और सुरक्षित वातावरण और  सभी सुरक्षा उपकरण  उपलबध करवाना कंपनी का करतय होता है पर  कभी कभी इन सभी बातो तो नज़रअंदाज़ किया जाता है जो कभी न कभी दुर्घटना का कारण बन सकती है।

संघ और प्रबंधन की समस्याएं :-

संघ कंपनियों का एक आवश्यक अंग  होता  है और मैनेजमेंट क सात कोई  मतभेद के तरह की  समस्याओं का कारण सकती हैं।  इन मतभेदों का परिणाम (LOCK Out) हड़ताल हो सकती है।

इस प्रकार की समस्याओं का समाधान करने में बहुत समय लग सकता है। हम किसे तरह  कानूनी सलाह नहीं दे रहे हैं पर नीचे लिखी कुछ सलाहें कंपनी में होने वाली असंतुष्टि को बढ़ने  से पहले ही खत्म कर सकती है ,अगर प्रशासन सकारात्मक तरीके से काम करता है।  नीचे लेखै कुछ पॉइंट्स उपयोगी हो सकते हैं।

सभी समस्याओं को ध्यान पूर्वक सुनें और हर बात को महत्वपूर्ण समझें।

समस्यों से जुड़े सभी तथ्यों को इकट्ठा करें और सभी तथ्यों की प्रति विस्तृत नज़रिया रखेँ।

वे लोग जो समस्याओं का सामना कर रहे होते हैं वो अपना आपा भी खो सकते हैं लिए धैर्य रखे और सबर से काम लें।

समस्याओं के प्रारम्भिक कारण का पता लगाएं और इस कारण को शुरूवात से ही सुलझाने के कोशिश करें।

यह कोई विश्व युद्ध नहीं है जिसको टाला नहीं जा सकता। समस्याओं को समय रहते ही हल करने कोशिश करनी चाहिए।

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