कहते है लाइफ चैप्टर में आती है एक page ख़तम तो दूसरा शुरू , इन पेजों को हम साल दर साल भी बाँट सकते है दिसम्बर चल रहा है और दिसम्बर के साथ साथ ये साल भी अलविदा होने वाला है साल की शुरुवात में हम सब कुछ न कुछ वादे करते है खुद से , हम एक Resolution बनाते है की इस साल में हम अपने जीवन में ये पा लेंगे .
आत्मविश्लेषण किसी भी साल के नए resolution का सबसे पहले कदम है और गुजरे वर्ष के resolution का आखिरी कदम है , चूँकि अब वर्ष ख़त्म होने को है तो हम भी आखिरी कदम पर आ पहुंचे है .
कैसें करें खुद का विश्लेषण :
- क्या था आपका इस वर्ष का Resolution ?
- मेरा इस वर्ष का लक्ष्य क्या था ?
- क्या वो पूरा हो पाया ?
सबसे पहले अपना पिछले वर्ष के resolution को दोहराएँ अगर आपने कहीं लिखा है तो उसे सामने रखें और अपने लक्ष्यों को लिखित कीजिये और उसके सामने लिखिए क्या वो पूरा हो पाया या नहीं अगर हाँ तो टिक कीजिये अगर नहीं तो क्रॉस का निशान लगा दीजिये
2.कैसा रहा साल भर का अनुभव ?
- मेरी साल की शुरुवात कैसी रही ?
- साल के मध्य में कैसा रहा ?
- और साल के अंत में आप लक्ष्य के प्रति कितने जागरूक है ?
अक्सर लोग जब नया नया resolution बनाते है तो वो उत्साह में काम करते है और अपने लक्ष्य के प्रति जागरूक रहते है पर जैसे जैसे समय निकलता है तो वो जागरूकता भी कम होने लगती है और हम अपने जीवन के और कामों में व्यस्त हो जाते है और साल के अंत तक अक्सर भूल ही जातें है .अगर आपके साथ ऐसा नहीं है तो यह सच में आपकी उपलब्धि है , पर अगर केवल आपने याद रखा और कोई काम नहीं किया तो ये बड़ी हताशा पैदा करने वाला होता है
- आप लक्ष्य को कितना प्राप्त कर पाए ?
- क्या क्या क्या कमियां रह गयी उसके पूरा होने में ?
जैसा की मैंने ऊपर भी कहा हम शुरुवात में बड़े उत्साहित होते है पर धीरे धीरे पीछे हट जाते है पर जब हम प्रयास करते है तो कुछ न कुछ तो हासिल भी हुआ होता है , तो हमें अपने लक्ष्य को स्टेप वाइज परखना चाहिए की हम उसमे से कितने प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर पाए
- अपने लक्ष्य पर पुर्नविचार कीजिये ?
- क्या मेरा लक्ष्य वास्तविक था
अक्सर लोग जब साल शुरू होता है तो खुद से अपने परिवार से दोस्तों से अपने बॉस ने बड़े बड़े वादे कर लेते है पर जब un वादों को पूरा करने की बारी आती है तो सोचते है अभी तो बहुत टाइम पड़ा है कर लेंगे और इसी ढील में एक दिन गाड़ी स्टेशन पर आ जाती है और वो लोग खाली हाथ रह जाते है .
कैसे बनाये अपना नए साल का resolution जिसे आप हासिल कर सको
- कहाँ हुई चूक ?
- मेरी क्या क्या कमजोरियां रहीं जो मेरी तरक्की के रास्ते में रुकावट है ?
यहाँ मेरा उद्देश्य यह बिलकुल भी नहीं की आप खुद को कोसने बैठ जाओ , और अपनी कमियों पर ध्यान दो आपको सिर्फ यह देखना है अगर आपका लक्ष्य वास्तविक था तो क्यों नहीं आप उसे प्राप्त कर पाए ?
क्या आपने इसे हलके में लिया
क्या आप किसी और काम में व्यस्त हो गये थे ?
या और भी कई कारण हो सकते है .
आशा है इस आर्टिकल को पढने के बाद आप अपने फेलियर की असली वजह जान पाए होंगे .