माता पिता बनना एक ईश्वरीय वरदान है ,पर यह अपने साथ कुछ बड़ी जिम्मेदारियां लेकर आता है , आप पर एक जीवन के पालन पोषण के साथ उस बच्चे को अच्छा इन्सान बनाने की जिम्मेदारी होती है।बच्चे फूल के समान कोमल होते है , उनके मन पर हर छोटी बड़ी बात या घटना का असर होता है , अतः हमें बच्चों
को लेकर सावधान रहना चाहिए।
Parents होना आज के समय में बेहद मुशिकल हो गया है।बच्चों को सम्भालना और दूसरों से बचाकर रखना चुनौती भरा काम हो गया है।समझ आने में आजकल के बच्चों को ज़्यादा समय नहीं लगता है।पर कुछ बातें ऐसी होती हैं जो बच्चे खुद नहीं समझ पाते और इसीलिए हमारा उनको समझाना ज़रूरी है।ये बातें आज के समय में बच्चों को बताना बेहद ज़रूरी भी हो गया है।आज का माहोल कुछ ऐसा हो गया है के आप अपनों पर भी भरोसा नहीं कर सकते चाहे पुरुष हो या महिला।
आपको अपने बच्चे को लेकर कुछ बातो के प्रति हमेशा सतर्क रहना चाहिए ,आइये जानते है क्या है वो बातें
- अपनी बेटियों को किसी की भी गोद में बैठने से इनकार करें चाहे वो बच्चों के uncle ही क्यों ना हों।
2बच्चों के सामने कभी कपड़े ना बदलें।उन्हे दूसरों के सामने कपड़े ना बदलने की समझ दें।
- आपके किसे भी करीबी या दूर के रिश्तेदारों या दोस्तों को आपके बच्चों को \”मेरा Husband \” या \”मेरी wife \” से सम्बोधित ना करने दें। \”मुझ से शादी कर लो \” या \”मैं तो तुम से हीशादी करुगा \” जैसी बातें भी बच्चों से करना गलत है इस बात को स्पष्ट कर दें।
- अपने बच्चों के खेल पर भी ध्यान दें ,वे क्या खेल रहें हैं और किसके साथ खेल रहे हैं यह भी ध्यान रखें।
5.अपने बच्चों को कभी किसी भी ऐसे शक्श से मिलने की ज़बरदस्ती ना करें जिससे मिलना उनको अच्छा नहीं लगता साथ ही साथ इस बात पर भी ध्यान दें के वे किसके ज़्यादा करीब हो रहे हैं और क्यों।
- अगर आपका बच्चा अचानक डरने लगे या उसके व्यव्हार में अचानक किसी तरह का कोई बड़ा परिवर्तन नज़र आ रहा हो तो उससे बात ज़रूर करें मगर समझदारी से।
- अपने बच्चों को शरीर और उससे जुडे सभी सम्बन्धों की सही जानकारी दें, अगर आप उनको नहीं समझाओगे तो कोई दूसरा उनको गलत जानकारी दे सकता है ।यह आपके बच्चे के लिए सही नहीं होगा।
- कोशिश करें बच्चों के साथ खेलने की और TV इत्यादि देखने की।जाने आपका बच्चा क्या देख रहा है और किस तरह के खेलों में दिलचस्पी दिखा रहा है ।कोई भी खिलौना या cartoon बच्चों तक पहुँचने से पहले आपको उसकी सही जांच परख कर लेनी चाहिए, उनको ज़्यादातर सीख cartoons से ही मिलती है और आप उनको कोई गलत सीख नहीं देना चाहेंगे।
- अपने cable network पर भी नियंत्रण रखें, आजकल तो सभी TV set में child lock की सुविधा उपलबद्ध होती है पर अगर ऐसा नहीं है तो अपने cable operator को कहकर उन channels को बंद करवाएं जो बच्चों के लिए सही नहीं हैं।
- अपने बच्चों को ३ साल की उम्र से ही उनके गुप्तअंगों को धोना और साफ़ रखना सिखाएँ, उन्हें सिखाए के वे यह सब किसी दूसरे को न करने दें यहाँ तक के आपको भी नहीं।उन्हे इन अंगों के जानकारी दें और महत्व समझाएं।
- उन सभी तत्वों को नकारे जो आपके बच्चों की मासूमियत को खत्म कर सकते हैं ,फिर चाहे वो TV शो हो या कोई movie या कोई नज़दीकी मित्र या परिवार के सदस्य।
- अपने बच्चों को ज़्याद भीड़ वाली और व्यस्त जगहों से दूर रहने की जानकारी दें और ऐसा करने से क्या फायदा है यह भी समझाएं।भीड़ भरी जगहों पर किस तरह का शोषण हो सकता है इस बात से भी उन्हे अवगत करवा दें।
- अगर आपका बचा आपके पास किसी की शिकायत लेकर आए या आपको किसे तरह की गलत बात क बारे में बताए तो चुप ना रहें, इस बात को आगे तक लेकर जाएँ और अपने बच्चों को यह जातें के आप उनके साथ हैं।
याद रखे या तो आप पूरी तरह माता -पिता बन गए हैं या अभी बन रहे हैं ,और अगर आपके बच्चों को कोई तकलीफ़ होती है तो वहआपको भी परेशान करती रहेगी।इसीलिए अभी से सतर्क रहे और बच्चों को भी सिखाएँ।माता पिता रोल एक माली जैसे होता है , जिस पर एक बीज को पेड़ बनाने जिम्मेदारी होती है , माली पोधे के खान पान के अलावा उसे हर तरह की मौसम बीमारी आदि चीजों से बचाता है।