हम अधिकतर कुछ याद रखा हुआ भूल जाते है | और कभी कभी हमें ये तो याद रहता है कि कुछ जरूरी काम करना लेकिन वो काम क्या है ? याद हे नहीं रहता | अगर आपके साथ भी ऐसा अक्सर होता है तो ये आर्टिकल आपके लिए ही है |
डॉक्टर माइक डॉव के अनुसार अगर आप कुछ छोटी बातों का ध्यान रखें तो अपने दिमाग को सजग रख सकते है और बढ़ा सकते है अपनी mind power.
- अगर आप हर छोटी मोटी बीमारी जैसे सर्दी जुकाम या सिरदर्द के लिए दवाई ले लेते है तो आप अपने दिमाग को शिथिल कर रहे है | छोटी बिमारियों में दवाई लेना दिमाग को सुस्त बनता है |
- अगर आप ग्रीनरी से दूर रहते है या आपके घर के आस पास कोई पेड़ पौधा नहीं है तो ये आपकी दिमाग के लिए बहुत अच्छी न्यूज़ नहीं है | आजकल घर छोटे होते जा रहे है इसलिए ज्यतादर लोग पौधे नहीं लगा पाते लेकिन फिर भी कोशिश करें कि आप अपने घर में कम से कम एक पौधा तो जरुर लगायें |
- आपका अपने मोबाइल या अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से प्यार आपके दिमाग के लिए हानिकारक है | हम रात को सोने के लिए बिस्तर पर पहुंचते है लेकिन हमारा मोबाइल हमारे हाटों से नहीं छूटता और सोने के समय भी हम अपना फ़ोन अपने सिरहाने से दूर नहीं कर पाते | हमारी इन्ही आदतों के कारण हम अधिकतर बातें भूलने लगे है और अक्सर सिरदर्द से परेशान रहने लगे है | अपनी इन आदतों को कण्ट्रोल करके हम अपने दिमाग को अपने कण्ट्रोल में ला सकते है |
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- खुद को मानसिक तनाव से दूर रखने के लिए अपना मन अध्यात्म में भी लगायें | जो लोग आध्यात्मिक होते है, वो मानसिक तनाव से दूर रहते है |
- अगर आप को स्वस्थ दिमाग चाहिए तो आपको अपनी नींद पूरी करना जरूरी है | 8 घंटे की नींद जरुर लें इससे आप फ्रेश बने रहेंगे | हालाँकि कुछ लोगो के लिए 6 घंटे की नींद भी पर्याप्त होती है |
- पैदल जरुर चलें | हर जगह जल्दी पहुचने की कारण हम पैदल चलना ही भूल गए है, पैदल चलने से आपकी एक्स्सरिसे तो होती ही है साथ ही आपके दिमाग को भी रिलैक्स मिलता है |
- अपने खाने में ओमेगा 3एस का भरपूर इस्तमाल करें, ओमेगा ३एस आपको डिप्रेशन दे दूर रखता है |
- व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लें, इससे आपका शरीर तो फिट रहेगा ही बल्कि आप मानसिक रूप से भी मजबूत बनेगे | व्यायाम के साथ ही मैडिटेशन भी आपके मानसिक तनाव को दूर रखकर आपको रिलैक्स करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभता है |
- सिर्फ social साइट्स पर ही लोगों से जुड़े हुए न रहे, अधिक समय T.V. या social sites पर लगाने से भी तनाव बढ़ता है | लोगो से मिलें जुलें |