कैसा होगा अगर आप किसी Interview में जाए और आपको interviewer के पास पहुचने का भी वक़्त ना मिल पाए , क्योंकि कोई है जिसको अपना ज्ञान दिखाना बहुत पसन्द है और वो समय की कैद से मानो आज़ाद है। कभी कभी हम भी ऐसा कुछ कर जाते हैं।
Interview के समय कुछ ना बनाए गए क़ानून हैं जिनको मानन और पूरा करना बेहद ज़रूरी है , इन में से एक कानून है 10 मिनट से ज़्यादा interviewer का समय नहीं लेना। यह एक ऐसा नियम है जिसका पालन करने पर आपको भी कोई परेशानी नहीं होगी और आप के साथ के लोगो को भी किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा और आपकी वजह से तो बिलकुल भी नहीं।
Interview में अगर आपकी समझदारी और खूबियाँ interviewer को पसन्द आ जाती हैं तो आपको ज़्यादा बोलकर उस पर कोई मोहर नहीं लगवानी है, company और उस से जुड़े काम की जानकारी लेने की सही जगह Interview hall और सही समय interview नहीं है तो इस बात का ख्याल रखे के जहाँ जितनी ज़रूरत है उतना ही बोले ज़्यादा नहीं।
एक इंटरव्यू के दौरान 10 मिनट बहुत हैं अपनी बात कहने के लिए, interview का नियम यह कहता है के आप इन दिए 10 मिनट में सभी interviewer को बराबर समय दें और अपनी बात दिए 10 मिनट में ही पूरी करें। अपनी बात कहने का आपको पूरा अधिकार है पर बात इतनी बड़ी नहीं होनी चाहिए के आपके सुनने वालो को तकलीफ होने लगे और न ही दूसरे इंतज़ार करते हुए आपको कोसने लगे।
अपना interview और job के लिए passion होना और दिखाना अच्छा है लेकिन इतना enthusiastic होना के दूसरों को आपसे problem होने लगे ये सही नहीं है। आप अपनी feelings को control करे यही सही है।
Control ही नहीं होता को भूल जाए यही सही है।