भगवान श्री कृष्ण से जाने Management के ये गुण

आज से 5000 से अधिक वर्ष पूर्व जन्में श्री कृष्ण, जिनकी बाल लीलाएं आज भी लोगों को मन्त्र मुग्ध के देती है | इन्ही कृष्ण ने जीवन जीने का सार गीता के रूप में संसार को दिया | श्री कृष्ण कभी द्रौपदी के रक्षक के रूप में , सुदामा के परम मित्र के रूप में , अर्जुन के गुरु के रूप और कभी एक फिलोसोफर के रूप में हर किसी को प्रिय है | महाभारत काल में श्री कृष्ण द्वारा कही गयी बातें व उनके द्वारा किये गए कार्य ये सिद्ध करते है कि विश्व के सर्वप्रथम managment गुरु वो ही थे | श्री कृष्ण द्वारा महाभारत युद्ध के दौरान  दिया गया  गीता का ज्ञान हमेशा लोगों को कर्म को धर्म से पहले रखने की प्रेरणा देता रहेगा |

श्री कृष्ण द्वारा दिया गया ज्ञान धार्मिक मान्यताओं से कहीं अधिक है , गीता पूजा करने से ज्यादा प्रैक्टिस करने के लिए है | मिलते है श्री कृष्ण के इस managment guru के रूप से और सीखते है कुछ नया |

  1. सरल व्यक्तित्व : अपने बाल्यकाल में ही श्री कृष्ण को अलोकिक शक्तियों का स्वामी मान लिया गया था | श्री कृष्ण ने अपना जीवन सरलता से व्यतीत किया | वो हमेशा अपने आस पास के लोगों के प्रिय बने रहे | ये एक लीडर होने की पहचान है , आपको हमेशा अपने लोगों के लिए available होना है | आपकी टीम या स्टाफ के लोगों को आपसे अपनी परेशानी discuss करने में दिक्कत नहीं होनी चाहिए और ऐसा तभी पॉसिबल है जब आप अपना behave सरल रखें | Be Down to earth.
  2. अपने लक्ष्य को निर्धारित करें : जैसा कि पुराणों में वर्णित है , भगवान् धरती पर किसी लक्ष्य की पूर्ति के लिए अवतार लेते है | श्री कृष्ण के अवतार के भी लक्ष्य निर्धारित थे | धर्म की स्थापना जिनका लक्ष्य था जिसे उन्होंने प्राप्त भी किया | ये एक ऐसी खूबी है जो प्रत्येक प्रोफेशनल को अपने करियर के शुरुआती दौर में अपनानी चाहिए | अपना सारा फोकस अपने लक्ष्य की प्राप्ति में लगाए और आपका लक्ष्य long टर्म हो तो बेहतर है |
  3. अपनी knowledge शेयर करें : श्री कृष्ण सर्वज्ञाता कहे जाते है , उन्होंने अपने ज्ञान को हर बार शेयर किया लेकिन हम ऐसा करने में थोड़े कंजूस है जो कि बिलकुल सही नहीं है | अच्छा लीडर व मेनेजर वो ही है जो अपने जूनियर्स व सहकर्मियों के साथ अपने अनुभव व ज्ञान को साझा करता रहे | इससे आप न केवल अपने लोगों में लोकप्रिय बनेगे बल्कि अगर आपको  आपकी जॉब को लेकर कोई insecurity है तो वो भी जाती रहेगी |
  4. बोलने की कला में माहिर बनें : ये श्री कृष्ण की बोलने की कला में निपुणता ही है जिसने अर्जुन को पुन: युद्ध के लिए शस्त्र उतने के लिए प्रेरित किया | गीता के गूढ़ ज्ञान को जन जन के लिए उपलब्ध करा दिया | ये कला एक sucessful मेनेजर में होना मस्ट है , इसकी सहायता से आप अपनी टीम कप motivate रख सकते है |
  5. प्रॉब्लम सोल्विंग approch : महाभारत में पांडवों की जीत के द्वारा धर्म की स्थापना करने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिया एक रणनीति बनाई | समय समय पर आनी वाली problems को इसी रणनीति की सहायता से सुलझाते गए और परिणाम में अपने लक्ष्य को प्राप्त किया | अच्छा मेनेजर वो ही होता है जो प्रॉब्लम आने पर पैनिक होने की बजाय उसे एक दूर करने की दिशा में काम करें |

कृष्ण की शिक्षाएं उनकी लीलाएं हमेशा लोगों को कुछ नया सिखाती व दिखाती रहेगी | किसी के लिए वो गुरु है और किसी के लिए ब्रह्म | अंत में आप सभी को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की आपको बहुत सी शुभकामनाएं | आप श्री कृष्ण के जीवन से क्या सीखना चाहेंगे हमें comment सेक्शन के माध्यम से बताएं |

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