केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री बंगारू दत्तात्रेय ने सोमवार को लोकसभा में इस बात की घोषणा की अब संघठित क्षेत्र के कर्मचारी अपना EPF अपने मोबाइल द्वारा ही निकलवा सकेंगे। इस घोषणा से लगभग साडे चार करोड़ कर्मचारियों को फायदा मिलेगा। सङ्घित कर्मचारियों को अपने मोबाइल पर बस एक उमंग (यूनिफाइड मोबाइल एप फॉर न्यू एज गवर्नेस) नाम की एप डाउनलोड करनी होगी। कर्मचारी भविष्य निधि संघटन इस एप के माध्यम से पीएफ के क्लेम्स को निपटाने की तयारी कर रहा है.
दत्तात्रेय ने बताया की ईपीएफओ पीएफ के क्लेम्स को ऑनलाइन एक्सेप्ट करने की तैयारी कर रहा है। अभी मोबाइल एप के तहत दावों के निपटान की समय सीमा तय नहीं हुई पर एक बात तो तय है की इस प्रक्रिया के शुरू होने से कर्मचारियों को फायदा मिलना तय है।
फिलहाल ईपीएफओ के पास विभिन्न प्रकार के सालाना एक करोड़ निपटान के दावे किये जाते हैं। अभी इन दावों का निपटान पुराने तरीकों से किया जा रहा है। मौजूदा प्रक्रिया में क्लेम को निपटाने में २०-२५ दिन का समय लगता है।
क्लेम को तीन घंटो में सेटल करने का लक्ष्य
ईपीएफओ के एक उच्च अधिकारी के अनुसार उमंग एप के जरिये ईपीएफओ का लक्ष्य आवेदन के मिल जाने के बाद उसका भुगतान तीन घंटो में कर दिया जायेगा। इसके लिए कर्मचारी का आधार कार्ड और भविष्य निधि का यूनिवर्सल आई डी नंबर उसके बैंक अकाउंट से लिंक होना चाहिए।
श्रम मंत्री ने बताया की भविष्य निधि संघटन ने इस सेवा को शुरू करने के लिए सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ़ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (सी डेक) पुणे को तकनिकी सलहाकार नियुक्त किया है। ईपीएफओ के अधिकारी के अनुसार 123 फील्ड ऑफिस में से 110 को पहले से ही सेंट्रल सर्वर से कनेक्ट किया जा चूका है जैसे ही बाकि ऑफिसेस सेंट्रल सर्वर से जुड़ जायेंगे वैसे ही इस सेवा को शुरू कर दिया जायेगा. ईपीएफओ अपने तीन डाटा सेंटर्स दिल्ली , गुरुग्राम (गुड़गांव ) और सिकंदराबाद को नवीनतम टेक्नोलॉजी से सुसज्जित कर रहा है. इससे पहले भी भविष्य निधि आयुक्त ने मई से इस प्रक्रिया को लागु करने की बात कही थी