देश के सबसे बड़े बैंक पर साइबर हमले का खतरा मंडरा रहा है| जिसके चलते देश के सबसे बड़े बैंक SBI(स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) और उसके सहयोगी बैंकों ने कस्टमर्स के करीब 6.25 लाख डेबिट कार्ड ब्लॉक कर दिए हैं। हालाँकि बैंक का कहना है कि उसने ओपने सिफे .25% ATM कार्ड्स को ही ब्लाक किया है | ऐसा करने के पीछे ये कारण बताया जा रहा है कि इन ATM कार्ड के माध्यम से थर्ड पार्टी ATM मशीनों पर ‘संदेहजनक’ ट्रांजैक्शन हुईं है |
SBI ने पहले इन ATM कार्डों को ब्लाक किया और उसके बाद इनके धारको को सूचित किया | यानी मामला इतना गंभीर था कि बैंक को बिना किसी पूर्व सुचना के कार्ड को ब्लाक करना पड़ा | जानते है कि ऐसा कौन सा कारण था कि बैंक को इतना बड़ा स्टेप लेना पड़ा |
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कुछ ATM में मेलवेयर वायरस की शिकायत पाए गयी | जिसके कारण इन ATM को ब्लाक करना पड़ा | SBI के एक ऑफिसर के अनुसार , “कुछ कस्टमर्स वायरस प्रभावित ATM का यूज कर रहे थे। ये ATM हिताची पेमेंट सर्विसेज द्वारा ऑपरेट किये जा रहे थे, इन्हें व्हाइट लेबल ATM कहा जाता हैं।“
SBI ने अपने ब्लाक किये गए .25% ATM कार्ड की जानकारी SMS की माध्यम से उसके धारको तक पहुंचा दी है | बैंक ने अपने कस्टमर्स को ये भी खा है कि वे बैंक जाकर नये ATM कार्ड लें सकते है | इन नये ATM कार्ड के लिए ग्राहकों को किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा | सभी ब्लाक किये गए कार्ड की जानकारी बैंक की शाखाओं को भी दे दी गए है और साथ ही नये ATM कार्ड इशू करने के निर्देश भी संबंधित शाखाओं को दिए जा चुके है |
स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ बिकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर और स्टेट बैंक ऑफ पटियाला SBIके सब्सिडियरी बैंक है | इन बैंकों ने जुलाई के अंत तक कुल 25 करोड़ ATM कार्ड अपने ग्राहकों को इशू किये थे | और SBIने जुलाई के आखिर तक अकेले 20.27 करोड़ डेबिट कार्ड्स जारी किए हैं जिनमे से लगभग 5.07 लाख कार्ड्स ब्लाक किये जा चुके है |