आज के भाग दौड़ से भरे जीवन में stress होना आम सी बात हो गयी है | किसी को monday blues का stress और कोई टारगेट पूरे न होने के कारण परेशान | आपने अगर कभी गौतम बुद्ध की कोई मूर्ति देखी हो तो गौर किया है कि क्यूँ वो हमेशा शांत दिखाई देते है | एक राजकुमार अपना महल व सारी सुख सुविधाएं छोड़ कर जंगल में रहा , आखिर ऐसा क्या पाया उन्होंने कि आज भी उनकी कही बातें लोगों की मदद कर रही है |
बुद्धिज़्म के विषय में कहा जाता है कि यह केवल एक धर्म न होकर एक विज्ञान है जिसकी सहायता से आप अपनी दिमागी उलझनों को सुलझा सकते है |आज के समय में हर किसी को “inner peace” की आवश्यता महसूस होती है , हो सकता है ऐसा ही कुछ आपको गोतम बुद्ध द्वारा दिखाए गए इन मार्गो से मिल जाये |
- सही द्रष्टिकोण :- परफेक्ट विज़न बुद्धिज़्म के 8 paths में से सबसे पहला है | इसके द्वारा बुद्ध कहते है किसी भी situtation या अवस्था को judgemental होकर देखने से सिर्फ दुःख बढ़ते है | नेगेटिव हमेशा नेगेटिव नहीं होता,लेकिन हम वो ही देखते है जो देखना चाहते है |
- सही भावनाए :- हम अकेले में अपनी सोच के द्वारा हर वो काम करते है जो गलत है जैसे आप अपने boss को अपने कल्पना में भला बुरा बोल दें , हमारी सोच है कुछ भी सोचें और वैसे भी हमारा चरित्र हमारे द्वारा किये गए कार्यों से परिभाषित होता है , ये ही तो हमें सिखाया गया है | कर भला हो भला, है ना | पर सच इससे कोसों दूर है | अगर हम किसी के विषय में बुरा या गलत सोच रहे है तो हम खुद के साथ गलत कर रहे है | हम अपने कर्मों का नहीं अपनी सोच का परिणाम है | अपनी सोच को सही दिशा दें | अच्छा सोंचे केवल अपने या अपने प्रियजनों के लिए नहीं…सभी के लिए |
- सही वाणी :- अगर हम कभी सोचें तो पाएंगे कि हमने अपने शब्दों से बहुत लोगों को दुखी किया वो भी तब जब स्कूल से ही हमें ये सीखाना शुरू कर दिया जाता है , मीठा बोलो , कटु सत्य भी छुपा लो | हमारे बोलने के तरीके से हमारे गुण व अवगुण सामने आ जाते है लेकिन मीठा बोलने से मतलब ये नहीं कि आप यस सर या ठीक है , मैं हूँ ना जैसे शब्दों का प्रयोग करें बस संयमित होकर बोले |
- सही कर्मा :- आपके पास सामान्यत दो आप्शन होते है एक सही एक गलत , और हम अधिकतर गलत ही चुनते है , जी हाँ आपने सही पढा हम गलत आप्शन को ज्यादा पसंद करते है | बहुत मुश्किल होता है रिश्वत या किसी का काम करने के एवज में मिलने वाले उपहार को मना करना | आपका रेड सिग्नल तोडना , किसी जरूरतमंद को नज़रअंदाज करना ये आसान और गलत आप्शन ही तो है | आपका हर काम सही तरीके से हो इससे मिलेगी आपको inner peace.
- सही आजीविका :- जॉब एक ऐसा शब्द जिसके आस पास हमारी दुनिया घुमती है | हर किसी का ध्येय यही है कि वो कमाता कितना है ? लेकिन आप कमाते कैसे है इस पर बुद्ध ने जोर दिया है | बुद्ध कभी नहीं कहते , अपना घर छोड़ो और भिक्षु बनो | एक बहुत पूरानी कहावत है ,”जैसा खाय अन्न वैसा होए मन “ मतलब साफ़ है , बेईमानी से कमाए गए पैसों से शांति व सुख नहीं मिलेगा |
- सही effort :- आपने एक बिज़नस स्टार्ट किया , शुरू में आपको उम्मीद के बराबर लाभ नहीं हुआ इसलिए आपने बिज़नस बंद कर दिया | ऐसा नहीं कि आपने कोशिश नहीं कि लेकिन आपने अपने पूरे effort नहीं लगाये ये sure है | हम सभी में कुछ न कुछ गुण quality जरुर छिपी होती है हमें बस उस quality को आकार देने के लिए सही प्रयास करना है | अपनी असफलता के कारण कभी भी अपना खुद से विश्वास न उठने दीजिये |
- सही mindfulness :- हम अपने जीवन के बहुत कम क्षण वर्तमान में बीताते है , अधिकांश समय हम अपने भविष्य की कल्पना में व्यस्त होते है या अपने भूतकाल की यादों को समेटने में | यही कारण है हमें किसी की value उसके जाने के बाद ही पता चलती है | कभो ऑफिस की उलझनों की वजह से हम अपने माता पिता को समय नहीं दे पाते और कभी काम के प्रेशर के कारण अपनी फॅमिली को समय दे पाना मुमकिन नहीं हो पाता | बुद्ध इस बात पर जोर देते है कि आप कुछ भी करें सावधानीपूर्वक करें | अपने ऑफिस व पर्सनल लाइफ को साथ में मैनेज आपको ही करना है आपके आस पास के प्रत्येक व्यक्ति के लिए observent बने |
- सही एकाग्रता :- आप 8 पॉइंट तक आ पहुंचे है , यही तो एकाग्रता है , यानी आप सच में अपने अन्दर ऐसे बदलाव चाहते है जिससे आपका stress कम हो | यहाँ वहा हजारों ऐसी बातें है, चीजें है व नेगेटिव energy है जो आपको आपके लक्ष्य से भटका सकती है इसलिए बुद्ध कहते है जिस कार्य को आप कर रहे है उसे पूरी कंसंट्रेशन के साथ करें |
सफलता मिलना उतना कठिन नहीं जितना कि आत्मसंतुष्टी मिलना | और जब तक आपके अन्दर संतोष की भावना नहीं आयेगी आप inner peace नहीं पा सकते | ये सभी कुछ सूत्र है जो आपकी सहायता करेंगे इनके अतिरिक्त मैडिटेशन से भी आप खुद को तनाव मुक्त रख सकते है |