Torrent pharma ने पाया तरक्की का नायाब फार्मूला

\”Not just healthcare… lifecare\” शायद अभी ये words आपको समझ नहीं आ रहे होंगे पर इस article को पढ़ने के बाद आपके सामने सब स्पष्ठ हो जाएगा ।

आज हम बात करने वाले हैं एक ऐसी pharmaceutical company की जिसकी सुरुवात और कामयाबी ‘मील का पत्थर’ कही जा सकती है।
आज हम बात कर रहे हैं Trinity laboratories या आज के समय में Torrent Pharmaceutical की ।
श्री उत्तमभाई नाथलाल मेहता का जन्म पालनपुर डिस्ट्रिक्ट के महमदपुर गाओं में हुआ था । बचपन से ही इनके ख्वाब बहुत बड़े थे अपनी स्कूली शिक्षा खत्म कर इन्होंने अपने सपनो को साकार करने की तरफ एक और कदम बढ़ाते हुए Graduation करने के लिए Wilson college Bombay में दाखिला ले लिया। तीन साल की कड़ी मेहनत के बाद 1944 में इन्हे एक part time job मिला सरकारी clerk के तौर पर। लेकिन इनका मान तो कही और ही था ,अपने सपनो की तरफ कदम बढ़ाते हुए इन्होंने उस समय भारत में काम कर रहे बहुत सी MNC companies में काम के लिए आवेदन दिया इनकी मेहनत रंग लाई और इन्हे Sandoz में medical representative की job मिल गई। 1958 में इनका तबादला Assam किया गया पर वहां के मौसम के चलते इनका स्वास्थ ख़राब होने लगा और अंततः इन्हे अपनी job छोड़नी पड़ी। तब इन्होंने अपनी कंपनी खोलने का फैसला किया और 1959 में Rs 25000 Sandoz से मिली विछेदन- राशी और अपने 13 साल के अनुभव के साथ इन्होंने इस Company की शुरुवात अहमदाबाद वापस लोट कर की जिसका नाम इन्होंने Trinity laboratories रखा ।

1970 में इन्होंने psychiatric disorders के लिए tranquilisers बनाना आरम्भ किया और कभी मुड़ कर नहीं देखा। 1971 में Trinity laboratories का नाम बदल कर Torrent Pharmaceutical कर दिया गया।
Torrent Pharmaceutical आज भी psychiatric, dermatology और oncology जैसी बीमारियों के लिए दावा बनती है।
1980 में U. N. Mehta के बेटे Sudhir Mehta और Samir Mehta Torrent pharma से जुड़े और कंपनी को international level तक ले गए। U. N. Mehta की सोच के अनुसार चलते हुए Torrent pharma ने Soviet Union को अपना target market मानते हुए वहां अपना काम शुरू किया जिसे बेहतर कामयाबी मिली । 1991 में Soviet Union के विभाजन के साथ ही Torrent pharma के सुनहरे साल खत्म हो गए और Torrent Pharma का लगभग 70% market रातों रात खत्म हो गया।
Company की बहुत सी payments अभी मिलनी बाकी थी लेकिन कोई नहीं जनता था वो मिल पाएगी या नहीं। अपनी पूरी मेहनत लगा कर Mehta’s ने अधिकतम राशी जुटा ली ।
अब वक़्त था नई शुरुवात का :-
बहार के देशों पर ज़ोर देने से पहले भारत में अपने काम को बढ़ाना ज़रूरी था । भारत के plant से होने वाली कमाई SU की कमाई का आधा भी नहीं था पर इस कमाई और SU से जुटाई राशि से इन्होंने Brazil में नवेश करने का फैसला लिया क्योंकि वहां की और भारत की pharma market मिलती जुलती थी।
अपनी मेहनत और सोच के दम पर और हार न मनाने के चलते आज Torrent 50 से अधिक देशों में काम कर रही है और 1000 से ज़्यादा दावा globally बना रही है। आज Torrent pharma; Cardiovascular, Central nervous system, gastro-intestinal, diabetology, anti-infective और pain management के साथ साथ Nephrology और oncology के therapeutic segments और gynaecology और paediatric segments में भी काम कर रही है।
यही नहीं अपने भारत के गुजरात, मध्य प्रदेश, सिक्किम और हिमाचल प्रदेश के साथ साथ वेदेशों में 7 plant हैं :-
1. Heumann pharma GmbH & Co. Generica KG – Germany
2. Torrent Pharma GmbH – Germany
3. Torrent do Brasil ltda.- Brazil
4. ZAO Torrent Pharma- Russia
5. Torrent pharma Inc.- United State
6. Torrent pharma Philippines Inc.- Philippines
7. Torrent pharma Canada Inc. – Canada.

अपनी मेहनत, दृढ़ शक्ति और समझ के बल पर Mehta’s ने Torrent Pharma को भारत की top कंपनी की सूची में दर्ज़ करवा ही दिया और अपनी पिता की सोच और सपने को सच कर दिखाया।

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