किसी भी व्यक्ति के लिए उसके करियर का शुरुआती दौर सबसे महत्वपूर्ण होता हैं. उस समय सबसे जरूरी लगता हैं कि कैसे भी ऑफिस में अपने बॉस के फेवरिट के बन जाएँ. इतनी मेहनत करें कि ऑफिस में सभी सहकर्मी हमारी तारीफ करें. लेकिन क्या काम के प्रति इतना समर्पण सही हैं? इस पर भी सोचना जरूरी हैं.
वास्तव में हम आगे बढ़ने की प्रतियोगिता में अक्सर भूल जाते हैं कि हमें केवल काम ही नहीं करना जीना भी हैं. अगर आपकी नयी नयी जॉब लगी हैं व अगर आप भी ऑफिस में अपने सहकर्मियों के जाने के बाद तक रुकते हैं तो ये आर्टिकल आपके लिए ही हैं. अपनी प्रोफेशनल जिम्मेदारियों और अपनी लाइफ के बीच में बैलेंस बनाना बहुत जरूरी हैं. सिर्फ इन कुछ बातों का ध्यान रखने से आप इस मुश्किल बैलेंस को बनाये रखने में कामयाब हो सकते हैं.
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Follow 8 s rule : आपकी लाइफ को ठीक तरीके से मैनेज करने का सबसे सही तरीका हैं कि आप 8 घंटे की नींद लें, 8 घंटे का काम करें और बाकी के 8 घंटे अपने परिवार, हॉबी या उस चीज़ को दें जो आपको करना बहुत पसंद हैं.
- Make clear statements : अगर आपको ऑफिस में कोई भी एक्स्ट्रा रेस्पोंसिबिलिटी दी जाती हैं तो आप उसे सिर्फ इसलिए न स्वीकार करें क्यूंकि आपको लगता हैं हर दिए गए काम को ठीक से करने के बाद आप अच्छे टीम लीडर कहलायेंगे. ये बात भी ध्यान रखें कि अच्छा टीम लीडर वो ही होता हैं जिसे ये पता हो कि कब हाँ कहना हैं और कब नहीं.
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Help yourself before helping others : विमान यात्रा करते समय आपको बताया जाता हैं कि दूसरों की मदद करने से पहले खुद का मास्क पहन लें. इस बात को अपने जीवन में उतार लें. बहुत बार हम ऑफिस में सबके बीच पोपुलर बनने के चक्कर में अपने काम को बीच में छोड़कर अपने सहकर्मियों की मदद करना शुरू कर देते हैं. ऑफिस में सबके बीच पोपुलर बनने से अधिक जरूरी हैं अपने काम में परफेक्ट बनना.
- Arrange your day : अपने दिन की शुरुआत और उसका अंत कैसे हो ये आपके हाथों में हैं. अपने दिन को बेहत शुरुआत तो हम सभी देते हों लेकिन उसे अच्छा अंत नहीं दे पाते. पुरे दिन की थकावट या किसी पर आ रहा गुस्सा ही अक्सर दिन को खतम करता हैं. अपने दिन की एंडिंग अपने हिसाब से करें. अगर आप सोने से पहले अपने ऑफिस के कामों में लगे रहेंगे तो आपकी नीद भी तनाव भरी ही रहेगी. इसलिए सोने से पहले अपन सारा तनाव भूलकर किसी ऐसे काम को एन्जॉय करें जो आपको करना बहुत पसंद हैं जैसे संगीत सुनना या अपनी फॅमिली से बातें करना.
आप अपने जीवन में किसे अधिक महत्व देते है ? प्यार (love) या पैसा (money)
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Focus on what you can control : हमारे तनाव का केवल एक ही कारण होता हैं और वो हैं हमारे नकारात्मक विचार. यहाँ दिलचस्प बात ये भी हैं कि ये नकारात्मक विचार हमेशा दूसरों की सोच से ही हम तक पहुँच हैं. इसलिए इस बात को भी हमेशा दिमाग में रखें कि आप सिर्फ खुद को कण्ट्रोल कर सकते हैं. किसी दुसरे के व्यवहार को नहीं. जितना अधिक आप किसी दुसरें के व्यवहार के विषय में सोचेंगे उतना ही आप उससे से प्रभावित होंगे. यहाँ गौर करने की बात यह भी हैं कि हम केवल किसी के बुरे बर्ताव की बात नहीं कर रहे. यहाँ हम आपको ये भी बताना चाहते हैं कि किसी व्यक्ति द्वारा की गयी आपकी तारीफ के विषय में अभी अगर आप अधिक सोच रहें है तो आप अपने लिए अपेक्षाओं की लिस्ट लम्बी कर रहे हैं.
हम लोग अक्सर भूल जाते हैं कि हम केवल पैसे कमाने या नाम कमाने के लिए ही जीवीत नहीं हैं. हम जिदा हैं जीने के लिए. अपने काम को अपने जीवन का हिस्सा मानिए, अपना जीवन नहीं.
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