\”जस्ट ओन टाइम \” के बारे में हम अक्सर सुनते है , अगर हमारा हर काम सुनियोजित है और समय पर तो कामयाबी हमारे कदम चूमेगी। समय प्रबंधन के लिए हमें जीवन-शैली (Life Style ) और कार्य शैली (Working Style ) में बदलाव की जरुरत होती है।
हमारे जीवन का उद्देश्य अपने लक्ष्य की प्राप्ति होना चाहिए। और इसके लिए जरुरी है हमें अपना लक्ष्य पता हो। आपने अपने आसपास बहुत सारे लोग ऐसे देखे होंगे तो हर समय व्यस्त रहते है, पर न तो अपना काम ढंग से कर पाते है न अपने जीवन को अच्छे ढंग से जी पाते है। बिजी (Busy ) रहने का मतलब यह नहीं की आप अपने लक्ष्य को पा ही लोगे।
लक्ष्य को प्राप्त न कर सकने वालों का अक्सर एक बहाना होता है कि समय कम था तो हमसे चूक हो गयी ,क्या करें पर्याप्त समय नहीं मिला । आपके कितना भी समय हो कम पड जायेगा अगर आपने उसे प्लान करके इस्तेमाल नहीं किया है।
आइये जानते है कुछ ऐसे महत्व पूर्ण बाते जिन पर अमल करके आप अपने लक्ष्य को आसानी से पा सकते है।
क्या होता है समय प्रबंधन (What is Time Management ) :
अपने कार्यों को अपने समय के अनुसार सुनियोजित करने की कला ही समय प्रबंधन है , सरल शब्दों में कहें तो अपने समय को प्लान करना ही समय प्रबंधन है। हमारी बहुत सी समस्याओं की वजह हम खुद होते है , हमारी समस्यांए हमसे शुरू होती होती है तो स्पष्ट है इसका समाधान भी हमारे पास ही होना चाहिए । हमारा दिन बहुत सारे छोटे मोटे जरुरी और गैर जरुरी कामों से भरा हुआ होता है। जिन्हे हम न तो टाल सकते न ही उनके लिए दिन खराब कर सकते। और ये काम हमारी concentration को ख़राब करते है , जिस वजह से हम अपने लक्ष्य से चूक जाते है । और टाइम मैनेजमेंट हार्ड वर्क नहीं स्मार्ट वर्क है।
कैसे अपनाये समय प्रबधन :
अपने कामों की लिस्ट बनायें :
अगर आप अपने जीवन में टाइम मैनेजमेंट लाना चाहते है तो आपको अपना लक्ष्य स्पष्ट करना होगा। इसलिए आपको अपने कामों की लिस्ट बनाये और जरुरी व कम जरुरी कामो के हिसाब से उसे अरेंज करें। और ध्यान रहे लिस्ट ऐसी हो की वो सभी काम आपके पास जितना समय है उसमे पुरे किये जा सकें।
कामों को प्राथमिकता के हिसाब से पूरा करें :
आपकी लिस्ट में कई तरह के काम होतें है जिसमे आपको कुछ काम बहुत जरुरी होते है कुछ थोड़े कम जरुरी तो आपको अपने कामों को इस ढंग से करना है जिससे आपके जरुरी कामों के साथ काम जरुरी काम भी निबटते रहे। और अगर समय आभाव के कारण अगर कुछ पेंडिंग रह भी जाये तो आप उसे अगले दिन की लिस्ट में डाल सकते है , पर कोशिश करनी चाहिए की ऐसा न करना पड़े। ये अच्छी आदत नहीं।
न कहना सीखें :
हम सभी समाज में रहते है , और समाज की परम्पराओं में लोगो से मिलना जुलना भी शामिल है। और कई बार हम दोस्ती की रस्मे निभाने के लिए कुछ ऐसे काम भी करते है जो हम मज़बूरी में करते है। ये काम एक तो समय बर्बाद करते है। दूसरा बेमन से किये काम मानसिक तनाव भी लाते है , अतः हमें \” ना \” कहने की आदत भी डालनी चाहिए।
स्ट्रेस मैनेजमेंट करें :
दिन भर लगातार काम करना थकाने वाला होता है ,अतः आपको अपनी दिनचर्या में स्ट्रेस को कम करने वाली कुछ गतिविधियाँ शामिल करनी चाहिए जिससे
आप फ्रेश रहें और अच्छे से अपने काम निबटा सकें।
कामों को बाँटना सीखे :
हमारी समय और हमारी शक्तियां दोनों सिमित है , जैसे हमारे पास निश्चित समय होता है , वैसे ही हमारी काम करने की भी सीमाएं है। अतः हमें हर काम
को खुद करने की बजाय अपने कामों को बाँटना सीखना चाहिए। बहुत से काम ऐसे है जो आप अपने सहयोगियों की सहायता से निबटा सकते है।
स्मार्ट बने :
हमारे बहुत से काम ऐसे है जो हम कुछ आसान तरीके अपना कर कर सकते है , जैसे ऑनलाइन शॉपिंग , ऑनलाइन बिल पेमेंट , या और भी बहुत से ऐसे काम है जो हम घर बैठे ही कर सकते है , तो आपको ये सभी स्मार्ट सुविधाये इस्तेमाल करनी चाहिए |