जाने BRICS के नेताओं के संघर्ष के विषय में

वर्ष 2016 के BRICS सम्मेलन का आयोजन गोवा में किया जा रहा है | असल में BRICS नाम 6 देशों के नाम के पहले अक्षर से बना है | Brazil, Russia, India, China and South Africa (BRICS)  इस तरह BRICS एक acronym हुआ |

गोवा में इस सभी देशों के प्रमुख व्यक्ति हिस्सा ले रहे है | इन सभी व्यक्तियों ने इस ऊंचे मुकाम ताल पहुचने के लिए काफी संघर्ष किया है | जानते है कौन है इन देशों के प्रमुख व्यलती और कैसा रहा उनका राजनीतिक सफ़र |

दक्षिण अफ्रीका : दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति है जैकब जुमा | जैकब जुमा ने इतना बड़ा पद काफ्फी संगर्ष के बाद हासिल किया है | जैकब जुमा के पिता पुलिसकर्मी थे और इनकी आयु जब 5 वर्ष की थी तभी इसने पिता की मृत्यु हो गयी | इनका बाल्यकाल इतना संगर्षपूर्ण था कि ये बेसिक शिक्षा भी नही ग्रहण कर पायें | जुमा को पालने के लिए उनकी मां को घरेलू नौकरानी के तौर पर काम करना पड़ा था। बाद में उन्‍होंने खुद से पढ़ाई और फ्रेंच, रसियन व अन्य भाषाओं का ज्ञान प्राप्त कर लिया | रंगभेद के खिलाफ अपने संगर्ष के दौरान  उन्‍हें करीब 10 साल तक जेल की कड़ी सजा भी काटनी पड़ी थी। जुमा ने चार शादियां  कि है और वर्तमान में इनकी की चार बीवियां हैं।

चीन : चीन के वर्तमान राष्ट्रपति है शी जिनपिंग | जिनपिंग के पिता शी जोंगशुन एक समय देश के उप प्रधानमंत्री थे। लेकिन बाद में मतभेदों के चलते उनके पिता को न सिर्फ पाटी से निकाला गया, बल्कि एक फैक्‍ट्री में भी काम करने को मजबूर किया गया | बाद में जिनपिंग के पिता को उन्ही की पार्टी के लोगों ने जेल तक भी भिजवा दिया | इन्ही सब बातिओं के चलते शी जिनपिंग को अपनी पढाई भी बीच में छोडनी पड़ी | बाद में शी जिनपिंग  ने चीनी कम्‍यूनिस्‍ट पार्टी में अपनी जगह बनाई और देश के राष्‍ट्रपति बन गए।

 

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रूस : रूस के राष्ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन है | व्‍लादिमीर पुतिन राजनीति में आने से पहले एक जासूस थे | पुतिन को कोल्‍ड वार के दौरान पूर्वी जर्मनी में तैनात किया गया था। यहां वह एक ट्रांसलेटर बनकर सोवियत यूनियन के लिए जासूसी किया करते थे | जर्मनी के एकीकरण के बाद उन्‍हें रूस वापस लौटना पड़ा था। पुतिन की ऑटो बायोग्राफी के मुाताबिक, जब बर्लिन की दीवार टूटी तो पुतिन ने जासूसी से जुड़ें सभी दस्‍तावेज वहीं जला डाले |

ब्राजील : ब्राजील के राष्ट्रपति है माइकल तेमर | ब्राजील में माइकल तेमर अपनी सादगी के लिए बहुत प्रसिद है | जब माइकल तेमर उपराष्ट्रपति के पद पर आसीन थे तब इनके पास अपना कोई प्रवक्ता भी नही था | माइकल तेमर का राजनीति से पूर्व का जीवन संगर्षमय था  सेकेंड वर्ल्‍ड वार के चलते जब लेबनान में अनरेस्‍ट हुआ तो उनके माता-पिता को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ी। | तेमर जब छोटे थे तभी उनके माता-पिता को लेबनान से ब्राजील में आकर शरण लेनी पड़ी थी।

इंडिया : और हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विषय में तो हम जानते ही है | कैसे एक अति साधारण परिवार में जनम लेने के बाद मोदी इतने बड़े पद तक पहुंचे | समय समय पर मोदी स्वयं भी अपने संगर्ष के विषय में देश की जनता को बताते रहते है |

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