आज कल समाचारों में EPF का मुद्दा बहुत छाया हुआ है और सबको अपने PF की चिंता होने लगी है। पर क्या आप जानते हो EPF है क्या और जो संशोधन हो रहे हैं वो क्या हैं ? आप और हम जानते हैं EPF के बारे में सब कुछ :-
पहले जाने क्या है PF :- PF है Provident Fund सरकार की तरफ से काम करने वाले सभी कर्मचारियों के लिए एक योजना जिसके अन्तर्गत आपका और आपको रोज़गार देने वाले आर्गेनाइजेशन का कुछ प्रतिशत धन सुरक्षित रखा जाए और ज़रूरत पड़ने पर ही आप इसे आवेदन दे कर (कारण बता कर) निकाल पाए। साथ ही ऐसे धन जमा करने पर आपको tax relief भी मिलता है।
EPF (Employees provident Fund) :- यह आमदनी पाने वाले सभी कर्मचारियों के लिए अनिवार्य होता है जो किसी भी आर्गेनाइजेशन जो Employee’s Provident Fund Organisation (EPFO) द्वारा स्वीकृत हो में कान कर रहे हो। इस के अंतर्गत कर्मचारी की मूल (बेसिक) आय+DA(महंगाई भत्ता) का 12% और इतनी ही रकम आर्गेनाइजेशन जमा करवाता है। जमा हुई इस रकम पर ब्याज सरकार की तरफ से मिलता है साथ ही टैक्स में छूट भी मिलती है।
अब जाने मुद्दा क्या है ?
पुराना नियम :- पुराने Employee’s Provident Fund Organisation (EPFO) के नियमों के मुताबिक आप अगर जॉब छोड़ देते हैं या निकाल दिए जाते हैं ऐसी स्थिति में आप 2 महीने के अंत पर EPF का पूरा पैसा निकाल सकते थे, इसके अलावा आप अपनी नौकरी के दौरान भी 54 की उम्र होने के बाद ज़रूरत पड़ने पर आवश्यक रकम निकाल सकते थे।
नया नियम :- परन्तु नए नियम के मुताबिक आप नौकरी छोड़ देने या निकाले जाने की स्थिति में भी यह रकम नहीं निकाल सकते । साथ ही आवश्यकता पड़ने पर भी आप केवल PF का एक हिस्सा ही निकाल पाएगे , जो आपकी 12% सैलरी और उस पर लगा बयाज होगा। बाकी का पैसा आप 58 पूरे करने के बाद ही निकाल पाएगे।
नए नियम में संशोधन :- श्रम मंत्रालय ने इस नए नियम में कुछ संशोधन किया है जिसके अंतर्गत आप कुछ कारण बता कर अपना पी एफ का पैसा निकाल सकते है , Account holder इलाज (परिवार में किसी का अथवा खुद का ), बच्चों की शिक्षा (मेडिकल ,डेंटल या इंजीनियरिंग ) और उनकी शादी तथा हाउसिंग के लिए पूरा पैसा निकाल सकते हैं। इस संशोधन के बाद सभी account holders को राहत मिली है।