21 वर्ष की आयु में अधिकतर युवा अपने लिए सही जॉब की तलाश कर रहे होते है | लेकिन इसी आयु में Trishneet ने अपनी एक कंपनी शुरू की. आज ये कंपनी करोड़ो का व्यापार कर रही है. और ये बिज़नस भी ऐसा है जिसके बिना बड़ी कंपनियों का काम नहीं चल सकता और फिर भी बहुत कम लोग इसके विषय में जानते है.
कैसे हुई शुरुआत
त्रिशनित की कंप्यूटर में गहरी दिलचस्पी ने उन्हें सफलता दिलवाई. कंप्यूटर में Trishneet की रूचि उनके पैशन में बदल गयी. इसी के चलते Trishneet का मन पढाई में भी नहीं लगता था. कम्प्यूटिंग पढ़ने में कम्प्यूटिंग पढ़ने में इतने खो गये कि पढ़ाई ही नहीं की और दो पेपर भी नहीं दिए और परिणामस्वरूप फेल हो गये. और कौन जानता था कि 11 साल के लड़के का पैशन उसे इतना कामयाब बना सकता है.
कंप्यूटर के प्रति Trishneet का पैशन उनके माता पिता को बहुत पसंद नहीं था. पढाई में फेल होने के बाद दोस्तों ने भी मजाक बनाना शुरू कर दिया. लेकिन Trishneet कंप्यूटर में ही अपने लिए संभावनाएं ढूढने में लगे थे. अपनी रेगुलर पढाई को छोड़कर त्रिशनित ने आगे 12वीं तक की पढ़ाई कॉरेस्पॉन्डेंस से की. साथ ही कम्प्यूटर और हैकिंग के बारे में लगातार नई जानकारियां भी इकट्ठा करते रहे. अब कॉरेस्पॉन्डेंस से ही Trishneet BCA भी कर रहे हैं.
त्रिशनित ने एथिकल हैकिंग में दक्षता हासिल की, हालाँकि पहले त्रिशनित को लोगों ने बहुत सीरियस नहीं लिया. लेकिन फिर वह अपने काम के जरिए साबित करते कि कैसे विभिन्न कंपनियों का डाटा चुराया जा रहा है और इन दिनों हैकिंग के क्या तरीके इस्तेमाल किए जा रहे हैं. धीरे-धीरे उनके काम को मान्यता मिलने लगी। कंपनियां उनके काम को सराहने लगीं.
Image Credit: the campus entrepreneur
ऐसे मिली सफलता
कंप्यूटर में अपनी रूचि के चलते त्रिशनित ने इन्टरनेट के माध्यम से काफी नॉलेज प्राप्त कर ली.जब भी किसी का कंप्यूटर खराब होता सबसे पहले त्रिशनित को ही बुलाया जाता. इसके बाद इन्होने trainer के रूप में अपने सफ़र की शुरुआत की. इसके बाद Trishneet को बड़ी कंपनियां अपने यहाँ ट्रेनिंग के सेशन के लिए बुलाने लगी. तब Trishneet ने TAC Security का पहला ऑफिस लुधियाना में खोला.
अपनी कम्पनी के साथ ही त्रिशनित ‘हैकिंग टॉक विद Trishneet अरोड़ा’ ‘दि हैकिंग एरा’ और ‘हैकिंग विद स्मार्ट फोन्स’ जैसी किताबें लिख चुके हैं।
TAC Security
त्रिशनित (Trishneet ) की कंपनी TAC Security वर्तमान में रिलायंस, सीबीआई, पंजाब पुलिस, गुजरात पुलिस, अमूल और एवन साइकिल जैसी कंपनियों को साइबर से जुड़ी सर्विसेज दे रहे हैं। TAC Security के दुनियाभर में 50 फॉर्च्यून और 500 कंपनियां क्लाइंट हैं। अब त्रिशनित की नजर कंपनी के बिजनेस को यूएस ले जाने की है।
जिस प्रकार से दुनिया में Cyber Attack बढ़ते जा रहे है, TAC Security के लिए तो ये सिर्फ शुरुआत है.